छात्रा रेणु की मौत मामला : नूंह प्रशासन व पुलिस को 15 जनवरी तक समय दिया 

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नूंह में बुलाई गई दलित समाज की पंचायत 

यूनुस अलवी

 
मेवात :  मेवात मॉडल स्कूल नूंह के छात्रावास में गत 19 दिसंबर को बाद दोपहर तीन बजे बाद कक्षा बारह की नाबालिग छात्रा रेणु की मौत का मामला अब नए मोड में आ गया है। नूंह के सद्दीक नगर के पास गांव शाहपुर नंगली की सीमा के भीतर बृहस्पतिवार को अनुसूचित जाति समाज के गणमान्य लोगों की एक पंचायत बुलाई गई, जिसमें सैंकड़ों लोग शामिल हुए। 
 
इस पंचायत की अध्यक्ष सेवानिवृत आईएफएस आजाद सिंह तूर ने की। उन्होंने कहा कि रेणु की मौत के मामले में पीडि़त परिवार और स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद मुझे यह साफ हो गया है कि रेणु की हत्या की गई है। पुलिस की एसआईटी अब इस बालिका के चरित्र पर गलत तरीके के आरोप लगा रही है, जोकि निंदनीय है। 
 
पंचायत में करीब डेढ़ दर्जन वक्ताओं ने अपने विचार रखे और पीडि़त परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए पूरे मेवात इलाके के लोगों को एकजुट करने की अपनी मंशा साफ कर दी। पंचायत ने सामुहिक तौर पर 15 जनवरी तक नूंह जिला प्रशासन एवं पुलिस महकमे की एसआईटी को इस मामले के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी करने की चेतावनी दी है और ऐसा नहीं होने पर 16 जनवरी से दलित समुदाय और मेवात के गणमान्य लोग रेणु के परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए दरी बिछाकर अपना विरोध प्रदर्शन और धरना शुरू कर देंगे। 
 
अहम बात यह है कि नूंह के डीएसपी की ओर से गुरूग्राम मंडलायुक्त को रेणु छात्रा के चरित्र को लेकर गलत बयानबाजी करने पर गणमान्य लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की। पंचायत में गुरूग्राम के छात्र प्रद्युमन केस में पुलिस की ओर से आरोपी बनाए गए बस कंडक्टर अशोक की मजबूती से पैरवी करके उसे बरी कराने वाले एडवोकेट एडवोकेट मोहित वर्मा, जिला पार्षद जगन खेड़ली, कांग्रेस एससी सैल के जिलाध्यक्ष मदन तंवर, जिला पार्षद हाजी जमील, मास्टर प्रहलाद, रेणु के पिता रोहताश, हाजी इलियास, बुरहान अहमद, मास्टर गंगादान डागर, रतीराम चंदेनी, खुर्शीद समेत सैंकड़ों लोग मौजूद रहे। 
पंचायत में जिला पार्षद जगन ने कहा कि पुलिस की एसआईटी की जांच में हम भी एक-दो दिन शामिल हुए मगर उसके दौरान केवल रेणु के परिजनों से पूछताछ की गई आरोपियों से हमारे सामने पूछताछ नहीं हुई। 23 दिन बीत जाने के बाद रेणु का परिवार इंसाफ मांग रहा है और आरोपी सरेराह घूम रहे हैं। डीएसपी की अध्यक्षता में एसआईटी की जांच में रेणु के चरित्र पर दाग लगाए जा रहे हैं, जोकि मृतक बालिका पर दाग लगाने के समान है। 
 
पंचायत के अध्यक्ष आजाद सिंह तूर ने एसपी नाजनीन भसीन की ओर से गुरूग्राम मंडलायुक्त को मृतका रेणू के चरित्र को लेकर गलत जानकारी देने की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि एसपी को एक बेटी के बारे में ऐसी बातें करना शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि इस स्कूल में बार-बार बालिकाओं के संग ऐसी घटनाएं होना शर्म की बात है मगर स्कूल प्रबंधन के साथ मिलकर नूंह प्रशासन और पुलिस इन घटनाओं को दबाने का काम कर रहे हैं, यह मेवात के लोगों के लिए शर्मनाक बात है। 
 
उधर एसपी नाजनीन भसीन की ओर से मृतका की बिसरा रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की ओर से आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की बात से भी लोग नाराज हैं। उन्होंने एक शिष्टमंडल को जल्द दूसरा डीओ लेटर लिखवाकर लैब से बिसरा रिपोर्ट मंगवाने का आश्वासन दिया है। 
 

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