तीन तलाक पर राहुल ने बोलने में पूरा दिन लगा दिया !

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मौन हैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल

 

नई दिल्लीः तीन तलाक के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कई राजनीतिक दलों के नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, बॉलीवुड हस्तियां चुप्पी साधे हुए है. बहुतायत ने सबसे बड़ी अदालत के इस फैसले को मुस्लिम महिलाओं के हित में बताया है लेकिन इस बीच कुछ ऐसी भी महान लोग हैं जो चुप्पी साधे हुए हैं जबकि कुछ ने प्रतिक्रिया व्यक्त करने में  बहुत देर कर दी.

 

इनमें से कुछ बड़े राजनेता, फिल्मी हस्तियां, सामाजिक कार्यकर्ता और खेल जगत से जुड़े लोग भी हैं जो ट्विटर अपनी राय रखने में बडबोले कहे जाते हैं लेकिन सभी देश की ‘आधी आबादी’ के हितों की बात करने वाले इस फैसले पर चुप्पी साधे हुए है.

 

राहुल गाँधी को पूरा दिन लग गया  :

 

आश्चर्यजनक रूप से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तो इस मामले में अपनी कुछ बोलने में पूरा दिन लगा दिया . कोर्ट का फैसला तो दोपहर को आ गया था लेकिन राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत शाम करीब 6 बजे किया.

 

 

 पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का ट्विटर  चुप है :

 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला कश्मीर में किसी आतंकवादी के मारे जाने के बाद होने वाली हिंसा, अनुच्छेद 35 (ए) का विरोध करना हो या फिर पीएम मोदी के भाषण पर बयान देना हो. उमर अब्दुल्ला सभी मामलों पर अपनी त्वरित राय ट्विटर रखते है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के इसने अहम फैसले पर उमर अब्दुल्ला ने अभी तक कुछ नहीं कहा है.

 

मौन हैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल :

 

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ट्विटर पर अपने हमलावर रुख के लिए जाने जाते है. केंद्र सरकार से जंग हो या फिर किसी नेता की डिग्री को असली या फर्जी बताना. केजरीवाल सभी मामलों को सोशल मीडिया पर तेजी से उठाते है. यहां तक की भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करने पर भी उन्होंने फेसबुक पर वीडियो संदेश जारी कर सवाल उठाए थे. कन्हैया कुमार के मामले में भी केजरीवाल ने दिल्ली सरकार द्वारा मामले की अपने स्तर पर जांच करवाने का आश्वासन दिया था. लेकिन मुस्लिम महिलाओं के हित में सुप्रीम कोर्ट के अहम फैसले पर केजरीवाल की चु्प्पी बरकरार है.

 

 गायब हैं मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान :

 

बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने साहित्यकारों के पुरस्कार लौटाने के दौर में देश में असहिष्णुता की ऐसी बहस छेड़ी दी थी कि लोगों ने उनके खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन तक किए. मामला साल 2015 के नवंबर का है. एक कार्यक्रम में आमिर खान ने ये कहकर देश की राजनीति में भूचाल ला दिया था कि आजकल वो असुरक्षित महसूस कर रहे है. उनकी पत्नी ने उनसे कहा है कि हमें देश छोड़कर चला जाना चाहिए. कभी भारत सरकार के ‘अतुल्य भारत’ अभियान के ब्रांड एंबेसडर रहे आमिर खान द्वारा अचानक ऐसा बयान दिया जाना लोगों के गले नहीं उतर रहा था. हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है. लेकिन आमिर खान ने इसके बाद से किसी भी मामले पर बोलने कन्नी काटते देखे जाते है.

 

शायर जावेद अख्तर :

 

देश के विख्यात लेखक और पूर्व राज्यसभा सांसद जावेद अख्तर अक्सर देश में होने वाली घटनाओं पर अपनी बेबाक राय रखते है. जावेद अख्तर ने संसद में भारत माता की जय का नारा लगाया था. आमिर खान वाले मामले में भी उन्होंने कहा था कि इस देश में असहिष्णुता जैसी कोई चीज ही नहीं है. हाल ही में जावेद अख्तर ने एक सम्मेलन में कहा कि जिस जगह सवाल करने की इजाजत नहीं हो, वो जगह खतरनाक है. वो सरकार, समाज, गांव और आबादी ही ठीक नहीं होगी.’ लेकिन अभी तक मुस्लिम महिलाओं से संबंधित मामले में सुप्रीम के ऐतिहासिक फैसले पर देश के इस दिग्गज शायर की कलम से एक हर्फ भी नहीं लिखा गया है.

 

क्रिकेट खिलाड़ी मोहम्मद कैफ  :

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य मोहम्मद कैफ वैसे तो सभी मामलों पर ट्विटर पर अपनी बेबाक राय रखते हैं. लेकिन मुस्लिम महिलाओं को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के अहम फैसले पर उन्होंने प्रतिक्रिया देने में देरी कर दी. शाम को चार बजे करीब कैफ का ट्वीट चस्पा हुआ

 

आपको यह जान कर आश्चर्य लगेगा कि सोशल मीडिया पर बेहद सक्रीय रहने वाले पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, कुश्ती खिलाड़ी योगेश्वर दत्त,  कांग्रेस नेता शशि थरूर,  क्रिकेटर मोहम्मद शमी, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और सपा नेता अखिलेश यादव जैसी कई बड़ी हस्तियों ने खबर लिखे जाने तक मुस्लिम महिलाओं के लिए बेहद अहम् विषय तीन तलाक को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई प्रतिक्रिया खबर लिखे जाने तक नहीं दी है .

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