चाबहार बन्दरगाह पर 2018 में जहाज़ों की आवाजाही शुरू होने की उम्मीद : नितिन गडकरी

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पिछले साल मई में भारत और ईरान के बीच हुए थे सम्झौते

भारत ने बन्दरगाह के विकास के लिए छः बिलियन रूपये आबंटित किये हैं

चाबहार बन्दरगाह पर 2018 में जहाज़ों की आवाजाही शुरू होने की उम्मीद : नितिन गडकरी 2नई दिल्ली : सड़क परिवहन व राजमार्ग एवं नौवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि सरकार ईरान में चाबहार बन्दरगाह के विकास के लिए कृत संकल्प है। आशा है कि 2018 में इस पर परिचालन आरम्भ हो जाएगा। श्री गडकरी 5 अगस्त को तेहरान में राष्ट्रपति हसन रूहानी द्वारा दूसरी बार कार्यभार संभालने पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के तौर वहां गए है। ईरान दौरे की पूर्व संध्या पर मंत्री  ने कहा कि भारत व ईरान के बीच प्रगाढ़ ऐतिहासिक संबंध है।

उन्होंने  जानकारी दी कि चाबहार बन्दरगाह पर निर्माण कार्य पहले से आरम्भ हो गया है। भारत सरकार ने बन्दरगाह के विकास के लिए छः बिलियन रूपये आबंटित किये हैं। इनमे से उपकरणों के लिए 380 करोड़ रुपये धनराशि की निविदा को पहले से अंतिम रूप दे दिया गया है। उन्होने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कार्य को शीघ्रता से पूरा करने के लिए ईरान सरकार आवश्यक अनुमोदनों को स्वीकृति प्रदान कर देगी। श्री गडकरी ने कहा कि चाबहार बन्दरगाह दोनों राष्ट्रों के सम्बन्धों एवं इस क्षेत्र में व्यापार एवं कारोबार को बढ़ावा देगा।

चाहबहार बन्दरगाह दक्षिण पूर्वी तट पर सिस्तान-बलूचिस्तान प्रान्त में स्थित है। यह बन्दरगाह भारत के लिए रणनीतिक दृष्टि से बहुत उपयोगी है। पिछले साल मई में भारत और ईरान के बीच हुए सम्झौते के अनुसार भारत चाहबहार बन्दरगाह के पहले चरण के लिए दो बर्थ शुरू और उपकरणों से लैस करेगा। 10 वर्ष की लीज पर 85.21 मिलियन (अमरिकी डॉलर) का पूञ्जी निवेश किया जाएगा और वार्षिक राजस्व 22.95 मिलियन होगा।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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