हर्षित सैनी
रोहतक, 12 जून। आज जाट शिक्षण संस्था के दर्जनों आजीवन सदस्य व जाट संस्था छात्र नेता एकत्रित होकर चौ. देवी सिंह नांदल के पड़पौत्र चंचल नांदल के नेतृत्व में प्रशासक व एसडीएम अरविन्द मल्हान से मिले व उनसे ऑनलाईन एडमिशन में मैनेजमेंट का 10 प्रतिशत व गांव बोहर का 2 प्रतिशत कोटा शुरू करवाने की मांग की।
एडवोकेट चंचल नांदल ने बताया कि जाट शिक्षण संस्था लगभग 103 साल पुरानी संस्था है। जिसका निर्माण गांव बोहर द्वारा दान की गई जमीन पर हुआ है। इसके अलावा पूरे समाज के दान, योगदान व संघर्ष से यह संस्था खड़ी हुई है।
इसमें तकरीबन 10 संस्थान हैं, जिसमें कि सरकारी सहायता प्राप्त, सेल्फ फाईनेंस व प्राईवेट संस्थान शामिल हैं। अब हरियाणा सरकार के आदेशानुसार सभी सरकारी या सरकारी सहायता प्राप्त संस्थानों में छात्रों के दाखिले ऑनलाईन माध्यम से होंगे। अत: पहले जाट शिक्षण संस्थाओं व अन्य संस्थाओं में दाखिले में मैनेजमेंट कोटा होता था, क्योंकि ये संस्थाएं समाज द्वारा स्थापित की गई हैं। अत: इनमें शुरू से ही मैनेजमेंट कोटा चला आ रहा है। अब ऑनलाईन दाखिले हो रहे हैं तथा इसमें भी मैनेजमेंट कोटे का प्रावधान किया जाये।
डॉ. प्रेम हुड्डा ने बताया कि हरियाणा में जो अन्य मेडिकल कॉलेज, पशु चिकित्सा कॉलेज या इंजीनियरिंग कॉलेज जोकि विभिन्न संस्थाओं द्वारा चलाये जा रहे हैं उनमें भी मैनेजमेंट कोटे का प्रावधान है। इसी तर्ज पर जाट शिक्षण संस्थाओं में भी मैनेजमेंट कोटे का प्रावधान ऑनलाईन दाखिलों में किया जाए।
गांव बोहर से आए आजीवन सदस्य मास्टर अशोक नांदल ने बताया कि गांव बोहर के योगदान को देखते हुए शिक्षण संस्थाओं में सभी प्रकार के कोर्सों में नांदल गोत्र व बोहर के छात्रों को 2 प्रतिशत आरक्षण मिलता था। जिसे कि नये प्रोस्पेक्टस में नहीं दर्शाया गया है। अत: इसे भी तुरन्त बहाल किया जाये।
एनएसयूआई छात्र इकाई की ओर से छात्र नेता राहुल नांदल ने बताया कि अगर यह दोनों बातें जल्द से जल्द नहीं मानी गई तो छात्र बड़ा आंदोलन खड़ा करने पर मजबूर होंगे। इस तरह की परम्परा अन्य संस्थाओं में भी है, ऐसे में जाट शिक्षण संस्था में भी इसे लागू किया जाना चाहिये। चूंकि अब मैनेजमेंट नहीं है और प्रशासक संस्थाओं को चला रहे हैं इसलिए इस कोटे का अधिकार प्रशासक अथवा प्रधानाचार्य को दिया जाए।
इस अवसर पर अशोक नांदल, सुनील नांदल, दीपक नांदल, मा. भूप नांदल, अमित, नवीन, मोहित सिंधु, गौरव, नवीन नांदल, अनिल दूहन, डॉ. नरेश, प्रमोद, संदीप, अत्तर नांदल, रामऋषि, अतुल, अशोक कुमार, भूमित आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।