हरियाणा में मीडिया कर्मियों के लिए पेंशन सहित कई सुविधाएं

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प्रेस मीट में सीएम  मनोहर लाल की घोषणा 

20 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले मीडियाकर्मियों को 10 हजार रुपये मासिक पेंशन

सांझा आधार पर 10 लाख रुपये और 20 लाख का जीवन बीमा 

5 लाख रुपये तक की एक नई कैशलेस मैडिक्लेम

वैब न्यूजपोर्टल के प्रतिनिधियों के लिए एक नीति बनाई जाएगी

5 वर्ष पूरे करने वाले मीडियाकर्मियों के लिए एक नई श्रेणी

चण्डीगढ़, 27 मई :  हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज राज्य के मीडियाकर्मियों के लिए विभिन्न प्रोत्साहन देने की घोषणाएं की, जिनमें 20 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले मीडियाकर्मियों को 10,000 रुपये मासिक पेंशन, सांझा आधार पर 10 लाख रुपये और 20 लाख रुपये का जीवन बीमा, 5 लाख रुपये तक की एक नई कैशलेस मैडिक्लेम योजना और उपमण्डल स्तर पर इलैक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधियों को मान्यता देने की सुविधा मुहैया करवाना शामिल है।
मुख्यमंत्री आज यहां पंचकूला के इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में हरियाणा स्वर्ण जयंती जर्नालिस्ट्स मीट में आए हुए पूरे राज्य के पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वैब न्यूजपोर्टल के प्रतिनिधियों के लिए एक नीति बनाई जाएगी और इस सम्बन्ध में सुझाव लेने हेतु एक कमेटी का गठन किया जाएगा।
उन्होंने जिन रिक्गनाइज्ड पत्रकारों ने मीडिया में 5 वर्ष पूरे कर लिए हैं, उन मीडियाकर्मियों के लिए एक नई श्रेणी की घोषणा भी की। वर्तमान में दो श्रेणियां हैं एक एक्रीडिएटिड और एक  नॉन-एक्रीडिएटिड। इसके अलावा, राज्य के प्रत्येक जिले में जिला स्तर पर मीडियाकर्मियों को सुविधा मुहैया करवाने के मद्देनजर जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी कार्यालय के साथ दो कमरों की व्यवस्था भी की जाएगी।
   

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब मीडियाकर्मी, जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है और किसी भी समाचार पत्र में उनका 20 वर्ष का कार्य अनुभव है वे योजना के अन्तर्गत लाभ लेने के लिए पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने मीडियाकर्मियों के लिए 5000 रुपये मासिक पेंशन देने की घोषणा की थी और जिसमें पिछली सरकार ने 20 वर्ष के लगातार एक ही मीडिया में सेवा प्रदान करने के प्रश्चात पेंशन का लाभ देने की शर्त को लगाया था, लेकिन पिछली सरकार ने ये योजना लागू नहीं की थी। 
इस अवसर पर पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खुले मन से कार्य कर रही है और 2030 के विजन को तैयार कर रही है ताकि लम्बे समय तक चलने वाली परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान सरकार का यह तीसरा वर्ष है और यह वर्ष प्रदर्शन का वर्ष है और इसलिए इस वर्ष में सभी घोषणाओं को क्रियान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब अगले 10 से 15 वर्षों के लिए लम्बी अवधि की परियोजनाओं पर विचार किया जाएगा ताकि भविष्य की पीढियों को इसका सीधा लाभ मिल सके। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि राज्य सरकार लोगों की सेवा के हितों को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है न कि चुनावों में मतों को लेने के अनुसार। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि लोग भाजपा को अगले चुनावों में अपने दूसरी अवधि के लिए वोट देंगे। उन्होंने कहा कि हम सबका साथ-सबका विकास की भावना से कार्य कर रहे हैं और विपक्षी दलों ने भी कदम की सराहना की है। 
समाज के विभिन्न मुद्दों में जन जागरूकता सृजित करने के लिए मीडिया की अहम भूमिका की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया ने अपना एक इतिहास रचा है और जब  भी देश पर संकट आया है तो मीडियाकर्मियों ने समाज को जागरूक करने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आजादी से पहले राजनीतिक नेताओं और मीडिया हाउस के प्रतिनिधियों को प्रताडि़त किया जाता था, परंतु इन सबके बाबजूद उनकी कलम रुकती नहीं थी। केवल यही नहीं, आजादी के पश्चात उन्होंने समाज के सुधार में भी अपना योगदान दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडियाकर्मियों की भूमिका एक सैनिक से कम नहीं है, जो कठिनाई की परिस्थितियों में भी अपनी ड्यूटी का निर्वहन करते हैं और वे सीमाओं पर अद्धभुत फोटोग्राफ भी खींचते हैं। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि उन्हें यह विचार करना चाहिए कि कौन सी नई चीज कब जारी करनी चाहिए। जबकि साकारात्मक समाचार समाज में चेतना सृजित कर सकता है और नाकारात्मक समाचार सनसनी पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ मीडिया समूह सनसनीखेज पत्रकारिता से जुड़े हैं, जो कुछ समय के  लिए तो प्रसिद्धि लेती है, परंतु अतंत समाज के कल्याण के कार्य में वे अडचन पैदा करते हैं। मुख्यमंत्री ने वर्तमान युग में सूचना प्रौद्योगिकी की सोशल मीडिया की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज समाचार या सूचना इस माध्यम से एक देश से दूसरी जगह पर पहुंचने में कुछ भी समय नहीं लगता।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला।
सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग की मंत्री कविता जैन ने कहा कि राज्य में पिछले 50 वर्षों में यह पहला समय ऐसा आया है जब इतनी बड़ी जर्नालिस्ट मीट आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मी हमेशा से ही समाज में सुधार की अहम भूमिका निभाते आए हैं और ये सरकार और लोगों के बीच एक सेतु का कार्य करते हैं। मीडियाकर्मियों की समाज में भूमिका के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि वे लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ हैं। उन्होंने मीडिया हाउसिस के प्रतिनिधियों से आग्रह करते हुए कहा कि वे राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित की जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को प्रत्येक घर-द्वार तक पहुंचाएं ताकि लोग इन सुविधाओं का लाभ ले सकें।
इस मौके पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने भी सम्बोधित किया और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने स्वागत सम्बोधन किया।
इससे पहले व्योवृद्ध जर्नालिस्ट और माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल के पूर्व कुलपति राधेश्याम शर्मा ने समाज में मीडिया की भूमिका पर अपने विचार रखें।
इस मौके पर सांसद रतन लाल कटारिया, विधायक  ज्ञान चन्द गुप्ता और  लतिका शर्मा, राज्य मीडिया इंचार्ज  राजीव जैन, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार  अमित आर्य, सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के निदेशक  टी एल सत्याप्रकाश सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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