सिंगापुर न्यू वाटर अथॉरिटी, हरियाणा में पेयजल संस्थान की स्थापना करेगा

Font Size

प्रदेश के 14 हजार जलाशयों के पुनरोद्धार की योजना पर होगा काम 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल व सिंगापुर के निवेशकों के बीच कई प्रस्तावों पर सहमति  

प्रैट एंड व्हिटनी ने किया हरियाणा में 400 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव 

चंडीगढ़, 22 मई : सिंगापुर न्यू वाटर अथॉरिटी और हरियाणा सरकार प्रदेश में एक पेयजल संस्थान की स्थापना तथा 14 हजार जलाशयों के पुनरोद्धार के लिए कार्य करेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रैट एंड व्हिटनी ने हरियाणा में अपनी कम्पनी के लिए 400 करोड़ रुपये के निवेश से अनुसंधान एवं विकास सुविधाएं स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई है।
    हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सिंगापुर गए एक उच्चस्तरीय  प्रतिनिधिमंडल ने आज अपने दौरे के दूसरे दिन बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य सुविधाओं, स्मार्ट सिटी, कौशल विकास, वित्त पोषण, एरो स्पेस, प्रतिरक्षा विनिर्माण के क्षेत्रों से जुड़े निवेशकों से बातचीत की। 
प्रतिनिधिमंडल ने न्यू वाटर अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर की न्यू वाटर फेसिलिटी का भी दौरा किया। न्यू वाटर अथॉरिटी द्वारा इस टीम को पूरे देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनाई गई जल शोधन प्रौद्योगिकी की जानकारी दी गई। इस दौरान यह सहमति बनी कि सिंगापुर न्यू वाटर अथॉरिटी और हरियाणा सरकार प्रदेश में एक पेयजल संस्थान की स्थापना तथा 14 हजार जलाशयों के पुनरोद्धार का कार्य करेंगे। 
इससे पूर्व मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्र्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर में प्रैट एंड व्हिटनी एमआरओ फेसिलिटी का दौरा किया। इस दौरान एविएशन हब से संबंधित मुद्दों और इस हब के विकास के लिए जरूरी पारिस्थितिकी तंत्र पर भी विस्तार से चर्चा हुई। प्रैट एंड व्हिटनी ने अपनी कम्पनी के लिए 400 करोड़ रुपये के निवेश से अनुसंधान एवं विकास सुविधाएं स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई। मुख्यमंत्री ने हरियाणा में ऐसी सुविधा विकसित करने के लिए न्यू वाटर फेसिलिटी का मुआयना किया।
श्री मनोहर लाल ने बुनियादी ढांचे तथा रियल एस्टेट के क्षेत्रों में सिंगापुर आधारित शीर्ष निवेशकों के साथ एक बैठक भी की। इस बैठक में लगभग 30 शीर्ष मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शामिल हुए, जिन्होंने स्मार्ट सिटी, ठोस कचरा शोधन, गंदे पानी के शोधन, स्वास्थ्य देखभाल और बीमा के क्षेत्र में गहरी रूचि दिखाई।
बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने हरियाणा की प्रगति और सरकार द्वारा अवसंरचना क्षेत्र में निवेशकों को दिए जा रहे प्रोत्साहनों की विस्तार से चर्चा की। गुरुग्राम में ग्लोबल सिटी, नांगल चौधरी में लॉजिस्टिक्स हब, गुरुग्राम से बावल के बीच मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम, हिसार में एविएशन हब और कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रैस वे के साथ-साथ ग्लोबल इकॉनामिक कॉरिडार जैसी विभिन्न परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने निवेशकों सेे प्रदेश में आने और निवेश करने का आग्रह किया।
हरियाणा के उद्योग मंत्री श्री विपुल गोयल ने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ नीतिगत ढांचे, प्रोत्साहन अवसंरचना और ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के माध्यम से प्रदेश में उद्यमों के विकास के लिए उपलब्ध अनुकूल माहौल पर चर्चा की।
उद्योग विभाग के प्रधान सचिव श्री सुधीर राजपाल ने प्रदेश में विद्यमान अवसरों पर एक प्रस्तुति दी। हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) के प्रबंध निदेशक राजा शेखर वुंडरू भी इस मुलाकात के दौरान उपस्थित रहे। जिन कम्पनियों ने हरियाणा में निवेश के लिए गहरी रूचि दिखाई है, उनमें हाईफ्लूक्स, ईकोसॉफ्ट, एस्कॉट, मेप्लेटरी, लॉजिस्टिक्स आदि शामिल हैं।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

You cannot copy content of this page