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यूनुस अलवी
मेवात: गुणवक्ता और शिक्षा के सुधार को लेकर मेवात जिला शिक्षा अधिकारी आदेश दिया है कि मेवात के सरकारी स्कूलो में पहली से आठवीें कक्षा तक पढने वाले बच्चे आज से ही अपनी कक्षा कि शुरूआत गिनती-पहाडा से और अंत भी गिनती-पहाडा से ही करेगें। यह आदेश मेवात के जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश शास्त्री ने बुधवार कि देर शाम पुन्हाना खंड के पहली से 12वीं कक्षा तक के करीब 150 स्कूलों के अध्यापकों को एक सेमीनार में दिये। पुन्हाना के एक प्राईवेट स्कूल के प्रांगण में करीब चार घंटे तक चली मीटिंग में बेसिक शिक्षा को उठाने पर जोर दिया गया। इस मौके पर पुन्हाना, नगीना, फिरोजपुर झिरका, नूंह और तावडू के खंड शिक्षा अधिकारियों ने अपने-अपने तरीके से बच्चों को लर्निंग लेवल अप करने के तरीके बताये।
जिला शिक्षा अधिकार दिनेश शस्त्री ने बताया कि मेवात के बच्चों कि बेसिक शिक्षा बहुत ही कमजोर है। वैसे इसकी तुलना प्रदेश के अन्य जिलों से कि जाऐ तो मेवात काफी आगे है फिर भी पहली से आठवीं कक्षा तक बच्चों को जो शिक्षा का लेवल होना चाहिये था वह नहीं हैं। उन्होने कहा कि पहली से आठवीें कक्षा तक के बच्चों को कम से कम 20 तक पहाडे, कटवा गिनती और हिंदी आनी चाहिये। इसके लिये सभी मिडिल तक के अध्यापको को आदेश दिये गये हैं कि वे बच्चों कि शुरूआत में पहाडे और गिनती बुलवाऐं और छुटटी के आखरी पीरियड में भी पहाडे और गिनती बुलवाऐं। वहीं तफरी के बाद बच्चों को किताबें पढाने कि बजाऐ बच्चों को इमला, कटवा गिनती, पहाडे सिखाने पर जोर दिया जाऐ।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सभी मिडिल स्कूलों के अध्यापकों को आदेश दिये गये है कि 15 जलाई तक पहली से आठवीें कक्षा तक के बच्चों के पास 20 तक पहाडे, कटवा गिनती, इमला आनी चाहिये। जो अध्यापक इसमें लापरवाही बरतेगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कि जाऐगी।
इस मौके पर पुन्हाना के खंड शिक्षा अधिकारी अबुल हुसैन, नगीना के खंड शिक्षा अधिकारी डाक्टर अबदुल रहमान, फिरोजपुर झिरका, नूंह और तावडू के खंड शिक्षा अधिकारियों के अलावा पुन्हाना खंड के सभी स्कूलों के मुख्याध्यापक, प्रिंसिपल और इंचार्ज मौजूद थे।