नई दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की मध्यस्थता के कारण अंततः एयर इंडिया ने शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ पर लगे बैन को तत्काल प्रभाव से हटा लिया है. समझा जाता है कि अब अन्य एयरलाइंस प्रबंधन की ओर से भी उन पर लगा यात्रा प्रतिबन्ध हटा लिया जाएगा. बताया जाता है कि उड्डयन मंत्रालय ने इस सम्बन्ध में चिट्ठी लिख कर एयर इंडिया से प्रतिबन्ध हटाने को कहा था.
मिडिया की ख़बरों में कहा गया है कि गायकवाड़ पर लगी पाबंदी तब हटाई गई जब एयरलाइन को नागरिक उड्डयन मंत्रालय से ऐसा करने के लिए एक पत्र मिला. सांसद गायकवाड़ ने इस घटना को लेकर गुरुवार को नागरिक उड्डयन मंत्री से लिखित रूप में खेद प्रकट किया था.
खबर में यह भी दावा किया गया हिया कि गुरुवार को ही जयंत सिन्हा, सेक्रेटरी और एयर इंडिया के सीएमडी की लम्बी बैठक चली थी. इसके बाद शिवसेना सांसद ने विमानन मंत्री गजपति राजू को चिट्ठी लिखकर घटना पर खेद जताया था.
कहा जा रहा है कि एयर इंडिया ने शुक्रवार की सुबह भी सांसद रवींद्र गायकवाड़ का टिकट रद्द कर दिया था. वेबसाइट से शुक्रवार सुबह 5 बजे बुकिंग की गई थी. दो टिकटें रद्द की गई हैं जिनमें से 17 अप्रैल का दिल्ली से मुंबई का टिकट था और 24 अप्रैल का मुंबई से दिल्ली का टिकट था. इन दोनों को ही रद्द कर दिया गया.
हालाँकि यह मामला शांत होने की बजाय अभी अन्दर ही अन्दर सुलगा रहा है क्योंकि इस मामले पर शिवसेना ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. चर्चा यह है कि शिवसेना ने एनडीए की बैठक का बहिष्कार करने की धमकी दी थी.
सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि यह पत्र संसद में लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन के चैंबर में हुई बैठक के बाद आया, जिसमें शिवसेना के सांसदों से कहा गया कि यदि गायकवाड़ यह प्रतिबद्धता जताते हुए एक बयान जारी कर दें कि वह भविष्य में ऐसी किसी घटना में लिप्त नहीं होंगे तो सरकार हस्तक्षेप कर सकती है और रोक हटवा सकती है.
इस पर सांसद ने पत्र लिख कर प्रतिबन्ध को हटाने का अनुरोध किया और खेद जताया.
गायकवाड ने अपने पत्र में कहा था कि मेरे उड़ान भरने पर लगी रोक से मेरे कर्तव्य और जिम्मेदारियों का निर्वहन प्रभावित हो रहा है, मैं आपसे रोक हटाने का अनुरोध करता हूं. जांच से अंतत: उन परिस्थितियों का पता चलेगा जिसके कारण यह घटना हुई.