बहन की शादी के बोझ ने भाई को बना दिया अपराधी !

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साथियों के साथ ऊबेर कैब टैक्सी लूटने का मामला 

5 अरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

तीन आरोपी नाबालिग है और दो की उम्र करीब 20 साल

फरीदाबाद,  (धर्मेन्द्र यादव ):   बहन की शादी के बोझ ने भाई को बना दिया अपराधी, ऊबेर कैब टैक्सी लूटकर कर डाली अपने अन्य साथियों के साथ वारदात, मामला फरीदाबाद का है जहां सैक्टर 16 पुलिस चौकी इंचांर्ज बसंत कुमार की टीम ने 18 मार्च को सैक्टर 55 क्षेत्र में फोन से कैब बुक कर रास्ते में अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर कैब ड्राईबर को गमचे में पत्थर बांध सिर में चोट मारकर कैब को लूटने की वारदात करने वाले 5 अरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनमें तीन आरोपी नाबालिक है और दो की उम्र करीब 20 साल है, जुर्म की दुनियां में पहला कदम रखने वाले इन आरोपियों से लूटी गई कैब गाडी और मौके से वारदात को अंजाम देने में प्रयोग किये जाने वाला पत्थर बरामद कर लिया है।
 
 
फरीदाबाद पुलिस ने जुर्म की दुनिया में पहला कदम रखने वाले 5 आरोपियों के कदमों में बेडियां डाल दी है, पुलिस की गिरफ्त में दिखाई दे रहे ये दो आरोपी 5 आरोपियों में से बालिग हैं इनके 3 साथी नाबालिग है। अपराध की दुनिया में प्रवेश करने के लिये इन दोंनो आरोपियों ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर सैक्टर 55  क्षेत्र में ऊबेर कैब टैक्सी को घायल कर उनसे गाडी लूटी है। 
 
इस पूरे मामले की जानकारी देने के लिये फरीदाबाद डीसीपी विरेन्द्र विज ने पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि 18 मार्च को आरोपी अभिषेक ने अपने दोस्त का फोन लेकर एक टैक्सी कैब बुक की और उसमें बैठकर सैक्टर 55 क्षेत्र की ओर गये जहां कैब के पीछे उन्होंने अपने तीन साथी बाईक से चल रहे थे, रास्ते में मौका पाते ही अभिषेक व उनके अन्य साथियों ने कैब चालक रिहास को गमचे में पत्थर बांध सिर में चोट मारकर घायल कर दिया और कैब को लेकर फरार हो गये, और कैब की नम्बर प्लेट बदलकर अपने प्रयोग में लाते रहे। सैक्टर 16 पुलिस चौकी इंचार्ज ने इस पूरे मामले को गहनता से देखते हुए अपनी टीम के साथियों के साथ पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे पुलिस ने लूटी की कैब एक निजी अस्पताल की पार्किग से बरामद कर ली है और वारदात को अंजाम देते वक्त प्रयोग किया पत्थर और गमचा की भी बरामद कर लिया है। 
 
 
वहीं आरोपी अभिषेक की माने तो वो पहले कैब चलाने का ही कार्य करता था जिसका आईडिया उसे वहीं से मिला, जिसपर उन्होंने कैब बुक कर पूरी वारदात को अंजाम दे डाला, 20 साल के अभिषेक का कहना है कि उसने ये सब घर की खुशियों और बहन की शादी के लिये पैसा जुटाने के लिये किया। लेकिन अब उसे पक्षतावा है कि उसने अपना पूरा कैरियर शुरू होने से पहले ही खत्म कर दिया है।
 
 
 पीडित कैब ड्राईबर रिहाश के पिता की माने तो वो पुलिस की इस तत्तकालीन कार्यवााही से बहुत खुश हैं कि कुछ ही दिन में उन्होंने पूरी वारदात को सुलझा लिया है, साथ ही उन्होनें कहा कि उनका बेटा अभी आरोपियों द्वारा मारी गई चोटों से पूरी तरह ठीक नहीं हुआ है।
 

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