“भारतीय खेल प्राधिकरण में 200 प्रशिक्षकों की भर्ती शीघ्र”

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उच्च स्तरीय खेल सुविधाएं मुहैया करवाने पर 350 करोड़ खर्च का प्रावधान 

चंडीगढ़ :  भारतीय खेल प्राधिकरण (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय) के कार्यकारी निदेशक, वित्त एवं परिचालन हीरा बल्लभ ने कहा कि केन्द्र सरकार की तरफ से खिलाडिय़ों को उच्च स्तरीय खेल सुविधाएं मुहैया करवाने पर 350 करोड़ रुपए का बजट खर्च करेगी और शीघ्र ही देश में भारतीय खेल प्राधिकरण में 200 प्रशिक्षकों की भर्ती की जाएगी। केंद्र सरकार का प्रत्येक राज्य से अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार करने पर फोकस है। इसलिए केंद्र सरकार की तरफ से मनरेगा योजना की तर्ज पर खेलो इंडिया को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा।
 कार्यकारी निदेशक  हीरा बल्लभ ने कुरुक्षेत्र के साई सैंटर का औचक निरीक्षण करने के उपरांत खिलाडिय़ों व प्रशिक्षकों से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान सबसे पहले हाकी, बालीवाल, जुडो, साइकलिंग की आवासीय और एथलेटिक की गैर-आवासीय योजना के तहत मैदान का निरीक्षण किया और खिलाडिय़ों को मुहैया करवाई जा रही सुविधाओं के सम्बंध में बातचीत कर फीडबैक हासिल किया। इस फीडबैक से मिले तथ्यों को देखकर कार्यकारी निदेशक गदगद हो गए। इस साई सैंटर ने अभी हाल में हॉकी के सुरेंद्र पालड़ व मनप्रीत सिंह के साथ बालीवाल, जुडो व साइकलिंग के कई राष्ट्रीय व अतंर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों को तैयार किया गया। होस्टल में सभी प्रकार की उच्च स्तरीय सुविधाएं भी खिलाडिय़ों को दी जा रही है। 
कार्यकारी निदेशक ने कहा कि अब इस साई सैंटर में शीघ्र ही रिकवीर फिजियोथैरेपी सैंटर भी खोला जाएगा ताकि खिलाडिय़ों को खेल के बाद रिकवरी देने का काम किया जा सके। सहायक निदेशक श्री बी.एस. रंधावा ने कुरुक्षेत्र के साई सैंटर की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।
    उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के प्रयासों से केंद्र सरकार की खेलो इंडिया योजना को मनरेगा की तर्ज पर गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा। इस योजना से ग्रामीण आंचल में छिपी प्रतिभाएं सामने आएंगी। इसके लिए सरकार ने करीब 350 करोड़ रुपये का बजट भी तय किया है। इसके अलावा, देश में खिलाडिय़ों का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए सीएसआर फंड को अनुमति दे दी है। इससे अब कम्पनियां भी खिलाडिय़ों पर पैसा खर्च कर सकेगी। इस सीएसआर का बजट करीब 6500 करोड़ रुपए का है। अगर इस फंड में से 10 प्रतिशत पैसा खिलाडिय़ों पर खर्च हो गया तो खिलाडिय़ों को आर्थिक सहायता मिल पाएगी। देश में लीग प्रणाली शुरू होने से खिलाडिय़ों को एक मंच मिल गया है। इस लीग प्रणाली से खेल के क्षेत्र में नई क्रांति आई है। उन्होंने कहा कि अभी देश में अच्छे खिलाड़ी तैयार करने की बहुत जरूरत है। इस समय देश में जनसंख्या का केवल एक प्रतिशत ही खिलाड़ी तैयार हुए है। जबकि चीन में 28 प्रतिशत खिलाड़ी खेल रहे है। 
  

 उन्होंने कहा कि साई सैंटर में राज्य खेल विभाग के सहयोग से खिलाड़ी अच्छे परिणाम दे रहे है। इस स्टेडियम का वातावरण बहुत अच्छा है और कुरुक्षेत्र उपायुक्त सुमेधा कटारिया भी स्वयं रूचि लेकर खेल का बढ़ावा देने का काम कर रही है। इस खेल प्रागंण में हाकी के लिए एस्ट्रोटर्फ के लिए केंद्र सरकार की तरफ से हर प्रकार का सहयोग किया जाएगा। इस सैंटर में नई भर्ती में से नए प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इस सैंटर के लिए अगर प्रशासन की तरफ से अतिरिक्त होस्टल सुविघा मुहैया करवा दी जाए तो एथलेटिक गेम को अवासीय योजना में शामिल कर लिया जाएगा

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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