IHBAS अस्पताल के सारे अस्थायी कर्मचारियों का PF व ESI पिछले 15 सालों से लंबित

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दिवाली बोनस भी रोकी

कर्मचारियों ने की हड़ताल जिसके बाद काम से निकाला गया।

न्याय की गुहार लेकर 23 फ़रवरी से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं कर्मचारी।

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन आता है IHBAS अस्पताल।

स्वराज इंडिया ने पीड़ितों के साथ अंतिम समय तक लड़ाई लड़ने का प्रण लिया है, न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।

दिल्ली: दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन आने वाले IHBAS अस्पताल के सारे अस्थायी कर्मचारियों का PF व ESI पिछले 15 सालों से रोक के रखा गया है। हद तो तब हो गई जब इस साल बीती दिवाली का बोनस भी रोक दिया गया।

कर्मचारियों ने विभाग के समक्ष अपनी माँग रखी और एक लम्बे समय तक कोई उचित उत्तर न मिलने पर हड़ताल करने की ठान ली। हड़ताल के समय सम्बंधित विभाग के कुछ सुरक्षागार्डों ने कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की सह पर कर्मचारियों पर लाठियाँ भी बरसाईं और नौकरी से निकाल दिया गया।

बीते शनिवार को स्वराज इंडिया के कुछ सदस्यों ने वहाँ पहुँचकर कुछ कर्मचारियों की समस्या सुनने के बाद वरिष्ठों से बात की तो उच्च अधिकारियों ने माफ़ीनामे की माँग करते हुए पुनर्नियुक्ति और PF व ESI भी देने का आश्वासन दिया। कर्मचारियों ने तत्काल प्रभाव से माफ़ीनामा दिया लेकिन वरिष्ठ अधिकारी अपने आश्वासन से मुकर गए। पीड़ित कर्मचारियों ने फिर से हड़ताल शुरू की तो दुबारा लाठीचार्ज किया गया जिसमें एक महिला बुरी तरह से घायल और बेहोश हो गयी।

स्वराज इंडिया के कार्यकर्ताओं की मदद से कर्मचारियों ने राज्यपाल और केंद्रीय सचिवालय में भी प्रार्थनापत्र के माध्यम से मदद की गुहार की लेकिन किसी भी विभाग के कान पर जूँ तक नहीं रेंगी।

23 फ़रवरी से ये कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठे हैं। आज भूख हड़ताल का तीसरा दिन है। स्वराज इंडिया ने पीड़ितों के साथ अंतिम समय तक लड़ाई लड़ने का प्रण लिया है न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।

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