रामलीला मैदान में स्वराज इंडिया की रैली में उमड़ा दिल्ली का जन सैलाब
बसंती रंग में रंगा रामलीला मैदान, नेताओं का नहीं, मुद्दों का लगा मंच
नई दिल्ली : दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में स्वराज इंडिया ने एक विशाल रैली का आयोजन किया जिसमें हजारों की संख्या में दिल्ली का जन सैलाब उमड़ पड़ा. इस रैली को ‘जवाब दो हिसाब दो’ रैली का नाम दिया गाया . दिल्ली के कोने कोने से आये लोगों ने पूरे रामलीला मैदान को बसंती रंग से पाट दिया। आम रैलियों से अलग मुख्य मंच के आलावा दिल्ली के विभिन्न मुद्दों पर 11 जनमंच बने थे। इन जनमंचों से दिल्ली के लोगों ने अपनी समस्याएं लोगों के सामने रखी और “तीन सरकार तीनों बेकार” के नारे लगाए।
रामलीला मैदान की ‘जवाब दो हिसाब दो’ रैली को संबोधित करते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि सारी सरकारें कालाधन और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर विफल रही है। सहारा बिडला पेपर के केस में जाँच कराने की बजाए मुद्दे को दबाने की कोशिश की गयी। इस रैली को ऐतिहासिक बताते हुए शांति भूषण ने कहा कि स्वराज इंडिया ने लोकतंत्र में एक नया अध्याय जोड़ा है।
स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने कहा – “आज हम लोग इस ऐतिहासिक रामलीला मैदान में इकठ्ठा हुए हैं। ये रामलीला मैदान है जो तख़्त पर बैठाता भी है और जरुरत पड़ने पर तख़्त को उखाड़ कर भी फेंक देता है। आज दिल्ली के कोने कोने से लोग यहाँ आए हैं। जिन्हें हम आम आदमी, आम औरत और आम इन्सान कह रहे हैं। ये आम आदमी पिछले एक महीने से कह रहे हैं “जवाब दो हिसाब दो।”
कॉन्ट्रैक्ट टीचर की समस्या आज भी जस की तस है। जब लोगों ने आवाज़ उठाई तो उप मुख्यमंत्री ने सामंती तरीके से डराने धमकाने का काम किया। देहात की उपेक्षा अब भी जारी है। अनधिकृत कॉलोनी वालों में किसी को मालिकाना हक नहीं मिला। नशामुक्ति का वादा कर शराब की समस्या को और बढा दिया। 399 शराब की नई दुकानें खोल दी। सिर्फ दिल्ली सरकार की बात नहीं है, केंद्र सरकार के अधीन वाली महिला सुरक्षा और डीडीए की समस्या वैसी ही बनी हुई है। दिल्ली की एमसीडी ने सफाई और स्वच्छता का काम नहीं किया। कूड़ा, प्रदूषण और बीमारियों से दिल्ली का बुरा हाल है। आज दिल्ली कह रही “तीन सरकार, तीनों बेकार”।”
दिल्ली के लोगों ने आज हाथ उठा कर तीनों सरकार की नाकामी के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया। दिल्ली नगर निगम को लोगों ने “रिजेक्ट” किया, कहा “बाहर जाओ; दिल्ली सरकार को “रिकॉल” किया , कहा “वापस आओ” और एलजी वाली केंद्र सरकार से की “रिफार्म” की माँग, कहा “सुधर जाओ”।
योगेन्द्र यादव ने आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि “एमसीडी के चुनाव आ रहे हैं, आप चुनाव लड़ोगे। विधानसभा चुनाव में आप को 70 में से 67 सीटें मिली। 250 से ज्यादा वार्ड में आपको विधानसभा के लिए पूरा बहुमत मिला। लेकिन दिल्ली आज आपको नकार रही है। दिल्ली के लोगों ने आप की सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पास किया है और वापस बुलाया है। इसी रामलीला मैदान पर राईट टू रिकॉल की बात करते थे। आज दिल्ली आपकी सरकार को रिकॉल कर रही है। मैं चुनौती देता हूँ कि अगर आपकी पार्टी एमसीडी इलेक्शन में 136 वार्ड भी जीत गयी तो हम अपनी माँग वापस ले लेंगे, अगर नहीं तो आप दिल्ली की गद्दी छोड़ देंगे।”
योगेन्द्र यादव ने आगे कहा कि “दिल्ली की जनता अब कोई विकल्प चाहती है। खाली घृणा, गुस्से और दूसरों को रिजेक्ट करने से काम नहीं चलेगा। हमारी जिम्मेदारी है कि हम दिल्ली को स्वच्छ और साफ़-सुथरा बनाएं, एक नया एजेंडा दें, एक नई राजनीति की शुरुआत करें। स्वराज इंडिया दिल्ली की 272 सीटों पर 272 सच्चे, अच्छे और स्वार्थ से परे लोगों को एमसीडी में लाएगी। “साफ़ दिल, साफ़ दिल्ली” का सन्देश लेकर स्वराज इंडिया दिल्ली एमसीडी के चुनाव में उतरेगी।”
रैली का संचालन स्वराज इंडिया के संरक्षक प्रोफ़ेसर आनंद कुमार और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुपम ने किया।
रामलीला मैदान में 11 मुद्दों के मंच लगाए गए जहाँ से दिल्ली के आम लोगों ने बदलाव लाने की कसम के साथ हुँकार भरी :
1. युवा और रोज़गार
2. महिला सुरक्षा
3. नशे और शराब
4. दिल्ली की स्वच्छता
5. दिल्ली देहात
6. रेहड़ी पटरी
7. झुग्गी झोपड़ी
8. अनाधिकृत कॉलोनी
9. ऑटो एवं टैक्सी
10. ट्रांसपोर्ट
11. कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारी