आंध्र प्रदेश के विजियानगरम जिले में हुई रेल दुर्घटना , 50 से ज्यादा यात्री घायल
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख मुआवजे की घोषणा
पीएम मोदी ने हादसे पर गहरा दुख जताया, रेल मंत्री सुरेश प्रभु घटना स्थल के लिए रवाना
भुवनेश्वर: आंध्र प्रदेश के विजियानगरम जिले में जगदलपुर-भुवनेश्वर (हीराखंड) एक्सप्रेस के 9 डिब्बे पटरी से उतर गये जिससे 32 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा यात्री घायल हो गये हैं। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार यह घटना शनिवार रात करीब 11 बजे हुई जब ट्रेन जगदलपुर से भुवनेश्वर जा रही थी। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे में मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख, गंभीर रुप से घायलों को 50-50 हजार रुपये और सामान्य घायलों को 25-25 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की है ।रेलमंत्री रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के साथ ट्रेन दुर्घटनास्थल की ओर रवाना हो रहे हैं।
मिडिया में आई ख़बरों के अनुसार इस इलाके के नक्सलवाद से प्रभावित होने के कारण और गणतंत्र दिवस के करीब होने के कारण पटरी के साथ छेड़छाड़ किए जाने की कड़ी आशंका है। साजिश के संदेह से इनकार नहीं किया जा सकता। रेलवे सुरक्षा आयुक्त दुर्घटना की वजह का पता लगाने के लिए व्यापक जांच करेंगे। बताया जाता है कि एक मालगाड़ी इसी पटरी से सुरक्षित ढंग से निकल गई थी। गश्त करने वाले व्यक्ति ने भी पटरी की जांच की थी। हालांकि ट्रेन चालक को ट्रेन के पटरी से उतरने से ठीक पहले किसी पटाखे जैसी आवाज सुनाई दी थी। ऐसा लगता है कि पटरी पर बड़ी दरार पड़ी होगी, जिसके कारण ट्रेन पटरी से उतर गई।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा है कि मेरी संवेदनाएं, जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने के कारण अपने प्रियजनों को गंवाने वाले लोगों के साथ हैं। यह त्रासदी दुखद है। मैं रेल दुर्घटना में घायल सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। रेल मंत्रालय स्थिति की करीब से निगरानी कर रहा है और त्वरित राहत एवं बचाव अभियानों को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है।
रायगढ़ा की कलेक्टर पूनम गुहा अब तक 32 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है जबकि 50 घायल होने की बात मानी हैं। ईस्ट कोस्ट रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी जे पी मिश्रा ने बताया है कि कुनेरू स्टेशन के समीप 18448 जगदलपुर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस के 9 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गये। मिश्रा ने बताया कि मौके पर पहुंचे डॉक्टरों के एक दल ने अब तक 23 यात्रियों के मारे जाने की पुष्टि की है। कई लोगों के ट्रेन के क्षतिग्रस्त डिब्बों में फंसे होने के कारण हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।
मिश्रा का कहना है कि विजियानगरम और रायगढ़ा जिला प्रशासन बचाव अभियान में सक्रिय हैं। इस ट्रेन में 22 कोच लगे थे । रायगढ़ा और विजियानगरम मार्ग पर रेल सेवाएं बाधित है। कम से कम तीन ट्रेनों को रद्द किया गया है और आठ ट्रेनों के मार्गों में परिवर्तन किया गया है। लगेज सह गार्ड वैन समेत शेष 13 बोगियां संभलपुर-अंगुल मार्ग से होकर भुवनेश्वर जाते हुए रायगढ़ा के लिए रवाना हो गयीं। जररत पड़ने पर रायगढ़ा में अतिरिक्त बोगियां लगायी जाएंगी।
खबर है कि रेलवे ने यात्रियों को ले जाने के लिए पारवतीपुरम बस डिपो के साथ मिलकर बसों की व्यवस्था की है। यात्रियों को पलासा और बेहरामपुर इलाकों की ओर ले जाने के लिए पांच बसों की व्यवस्था कर ली गयी है। फंसे हुये लोगों को उनके गंतव्य स्थानों तक पहुंचाने के लिए कुल 15 बसों की व्यवस्था की जा रही है। घायलों को अस्पतालों तक ले जाने के लिए 10 से ज्यादा एम्बुलेंस बुलायी गयीं हैं। अब तक 22 घायलों को इलाज के लिए पारवतीपुरम सरकारी अस्पताल ले जाया गया है जहां से सात लोगों को विशाखापत्तनम भेजा गया है जबकि 32 घायलों को रायगढ़ा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।