ब्लड सेंटर में बड़ी खामियां मिली, आरोपी डॉक्टर के विरुद्ध दर्ज होगी एफआईआर : अनिल विज
चंडीगढ़, 15 मई- हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज, जिनके पास खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग का भी प्रभार है, ने कहा कि हरियाणा खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग एवं केंद्र सरकार के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने नोबल ब्लड सेंटर, कैथल पर छापा मारा और वहां विभिन्न उल्लंघनाएँ पाई गई है तथा आरोपी डॉक्टर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि ब्लड सेक्टर के खिलाफ सूचना प्राप्त हुई थी कि वहां पर नियुक्त मेडिकल अधिकारी डॉक्टर एम. आर. मित्तल सेंटर पर यदा-कदा जाते हैं जबकि वह गोल चौक, कैथल पर मित्तल पैथोलॉजी लैब के संचालक एवं पथोंलॉजिस्ट हैं। टीम ने पाया कि डॉ मित्तल ने दोनों फॉर्म पर मेडिकल ऑफिसर के तौर पर हस्ताक्षर किए हुए हैं तथा रक्तदाता की मेडिकल एग्जामिनेशन करके उन्हें रक्तदान हेतु उपयुक्त पाया है। डॉ मित्तल ने अपने हाथ से लिखे हुए बयान भी दिए और शपथ पत्र भी दिया है और 30 हज़ार रुपये प्रति माह वेतन पर नोबेल ब्लड सेंटर, कैथल पूर्णकालिक एंप्लॉयमेंट होना स्वीकार किया है तथा कहा कि सभी कार्य उनकी हाजिरी में होते हैं।
वहीं दूसरी ओर मित्तल लैब द्वारा जारी रिपोर्ट पर उसके (डॉ मित्तल) हस्ताक्षर पाए गए है। ब्लड सेंटर पर अन्य 20 प्रकार की उल्लंघनए भी पाई गई जो कि गंभीर हैं। डॉ मित्तल के विरुद्ध थाना सिविल लाइन, कैथल में गलत बयानी करने, झूठा शपथपत्र देने एवं एक साथ में ब्लड सेंटर व पैथोलॉजी लैब में कार्य करने के संबंध में एफआईआर दर्ज करवाने हेतु प्रार्थना पत्र दिया गया है।
श्री विज ने बताया कि हरियाणा सरकार ने नशे में दुरुपयोग होने वाली दवाइयों, अवैध रूप से एमटीपी किट बेचने वालों, नर्सिंग होम्स में अवैध दुकानों और अवैध कार्यों में लिप्त रक्त केंद्रों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। उन्होंने बताया कि हरियाणा की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।
ब्लड सेन्टर में छापा मारने वाली टीम की अगुवाई सहायक राज्य ड्रग कंट्रोलर परजिंद्र सिंह ने की और इस टीम में सारिका मलिक एसडीपीओ कुरुक्षेत्र, सुनील दहिया एसडीसीओ अंबाला तथा दिलीप कुमार ड्रग इंस्पेक्टर भारत सरकार शामिल रहे।