गुडगाँव केनाल की सीपेज से जमीनों में खड़े होने वाले पानी से परेशान हैं लोग
गुडगाँव केनाल और बामनी माइनर के बीच केवल 200 मीटर की दूरी
बामनी माइनर इलाके के किसानों के लिए अभिशाप साबित होगा
जुरहरा, भरतपुर रेखचन्द्र भारद्वाज: उपतहसील के गांव बामनी में चल रहे बामनी माइनर के निर्माण कार्य पर ग्रामीणों के द्वारा राज्य सरकार से रोक लगाने की मांग की गई है। ग्रामीणों ने बताया कि गुडगावां कैनाल के समानान्तर ग्राम बामनी में माइनर के पक्के किए जाने का कार्य किया जा रहा है जिसके निर्माण होने पर सैकड़ों बीघा कृषि भूमि सीपेज के कारणबंजर होने की आशंका है। इस इलाके के लोग पहले से ही गुडगाँव केनाल की सीपेज से जमीनों में खड़े होने वाले पानी से परेशान हैं और अब बामनी माइनर लोगों के लिए अभिशाप साबित होगा. इस लिए लोग इसके विरोध में हैं और सरकार इस योजना को रोकने की मांग कर रहे हैं .
ग्रामीणों के अनुसार गुडगावां कैनाल के सीपेज के कारण पहले से ही गांव की काफी जमीन में हर समय पानी भरा रहता है और उक्त जमीन में कोई पैदावारी नहीं होने से किसानों को नुकसान भुगतना पड़ रहा है। कई गरीब किसान उनके खेतों में फसल नहीं होने से गांव से पलायन के लिए मजबूर हैं।
ग्रामीण प्रेमचंद बामनी ने बताया कि बामनी माइनर का निर्माण होने से इलाके की 1000 बीघा से अधिक जमीन पर खेती करना कठिन हो जाएगा. क्योंकि इससे सीपेज की समस्या भीषण आएगी, जिससे फसल बर्बाद हो जाती है. इससे पहले इस इलाके के लोग गुडगांव कैनाल के सीपेज से परेशान हैं और उनकी फसल बर्बाद हो रही है. सैकड़ों बीघे जमीन में आज भी पानी खड़ा है. इलाके के लोग बेहद परेशान हैं. इसलिए सरकार से मांग है कि बामनी माइनर का निर्माण नहीं कराया जाए। अन्यथा इस इलाके के लोग बर्बाद हो जाएंगे।
जाकर खान नौगावां ने बताया कि गुडगांव कैनाल और बामनी माइनर के बीच में केवल 200 मीटर की दूरी है. गुडगांव कैनाल से होने वाली सीपेज से इस इलाके के किसान पहले से ही परेशान हैं और अगर बामनी माइनर शुरू हो गई तो इससे हजारों बीघे जमीन की फसलें खराब हो जाएंगी. इस इलाके में अधिकतर लोग बहुत कम खेती वाले हैं. अधिकतर लोगों के पास 2 बीघे से 6 बीघे के बीच जमीन है. छोटे किसान हैं. उनकी फसलें बर्बाद होने से उनके पास यहां से पलायन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा.
गुड़गावां कैनाल के पानी से सीपेज के कारण गांव में काफी जमीन बंजर हो रही है व सैकड़ों बीघा खेतों की फसल खराब हो रही है. काफी जमीन पर फसल भी पैदा नहीं हो रही है। वहीं बामनी माइनर के पक्के हो जाने पर सीपेज के कारण सैंकड़ो बीघा जमीन के बंजर हो जाने की आशंका व्यक्त की गई है। ग्रामीण बामनी माइनर के कार्य को बंद करने की मांग कर रहे हैं.