पटना : जनवरी से फरवरी तक होने वाली परीक्षा को लेकर बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने अभ्यर्थियों के लिए जरुरी दिशानिर्देश जारी किए है. 29 जनवरी से 26 फरवरी तक चार चरण में होने वाली इस परीक्षा में इस बार अहम बदलाव किया गया है . स्नातक स्तरीय परीक्षा की तरह इस बार इंटर स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा नहीं होगी..
बिहार में कर्मचारियों की बहाली को लेकर मात्र 13.5 हजार रिक्तियों पर कुल 18 लाख से अधिक युवाओं ने इस बार आवेदन किया है. चयन आयोग के सचिव परमेश्वर राम ने बताया कि इंटर स्तरीय प्रतियोगता परीक्षा कि तैयारियां जोरो से चल रही है इस बार छात्र परीक्षा पत्र को अपने साथ नहीं ले जा सकते है, आयोग इसके लिए प्रमंडल स्तर पर प्रशिक्षण भी चला रहा है.
विदित हो कि बिहार एसएससी ने 2014 में आवेदन आमंत्रित किया था जिसमे कार्यालय सहायक, पंचयत सेवक और राजस्व कर्मचारी के खाली पड़े साढ़े तेरह हजार पद को भरना है. चुकी आवेदकों की संख्या काफी ज्यादा है इस वजह से एसएससी ने प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन चार चरण में करने का फैसला किया है. इसके साथ ही राज्य के अलग-अलग जगहों पर करीब साढ़े छह सौ से लेकर सात सौ तक परीक्षा केंद्र बनाए गए है.
गौर करने वाली बात यह है कि इसमें इंटर से लेकर पीएचडी तक शिक्षित अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. इस परीक्षा में उतीर्ण होने वाले को मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा. खास बात यह है कि इन सारे आवेदकों में से मात्र 68 हजार को मुख्य परीक्षा के लिए ही बुलाया जाएगा तैयारियों को देख अधिकारियों द्वारा यह आशा व्यक्त की जा रही है कि मुख्य परीक्षा तीन से चार महीने के अन्दर आयोजीत की जा सकती है।