-झूठ और फूट की राजनीति करने वाली भाजपा सरकार ने प्रदेश के भाईचारे को तोड़ने का काम किया है
-रायबरेली के बाद सबसे बढ़िया वोट प्रतिशत का पूरा श्रेय कार्यकर्त्ताओं को
-दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा रोहतक की जनता के दिलों में है मेरा घर अगर दम है तो वहां से निकालकर दिखाएं
रोहतक : पूर्व सांसद व कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा ने आज नयी अनाज मंडी में आयोजित कार्यकर्ता धन्यवाद सम्मेलन में रोहतक लोकसभा क्षेत्र के सभी कार्यकर्त्ताओं को सम्बोधित किया। उन्होंने लोकसभा चुनाव में जी-तोड़ मेहनत करने वाले तमाम साथियों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दिल से धन्यवाद किया और कहा कि हिंदी भाषी पूरे उत्तर भारत की 297 सीटों में सबसे अच्छा प्रदर्शन रोहतक में रहा।
उन्होंने रायबरेली के बाद सबसे बढ़िया वोट प्रतिशत आने का पूरा श्रेय कार्यकर्त्ताओं को देते हुए कहा कि इस चुनाव में सभी ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जिस जोश के साथ मुकाबला किया उसकी जितनी भी तारीफ की जाये कम होगी। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में हार भी होती है और जीत भी होती है, इस देश का इतिहास रहा है। कार्यकर्त्ता सम्मेलन में हजारों की तादाद में कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस दौरान पंडाल में पैर रखने की भी जगह नहीं बची।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि आज झूठ और घमंड के घोड़े पर सवार अहंकार में डूबी इस प्रदेश सरकार को चुनौती देने के लिये प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभाने का समय है। प्रजातंत्र में सत्ता पक्ष से महत्वपूर्ण भूमिका विपक्ष की होती है। आज उस जिम्मेदारी को निभाने के लिए पूरा प्रदेश हमारी तरफ टकटकी लगाए देख रहा है। लोगों को बाकी किसी से कोई उम्मीद नहीं है, लोगों की सारी उम्मीद हमीं से है।
उनका कहना था कि सच ये है कि झूठ और फूट की राजनीति करने वाली भाजपा सरकार ने प्रदेश के भाईचारे को तोड़ने का काम किया है और एक दिन उसे इस सच का सामना करना पड़ेगा और हम तब तक नहीं थमेंगे, जब तक चंड़ीगढ़ में इस सरकार को प्रदेश की जनता बाहर का रास्ता नहीं दिखा देगी।
उन्होंने बताया कि पिछले 5 साल से भाजपा के राष्ट्रीय और प्रांतीय नेतृत्व से लेकर सारी ताकतें लगी थी और सबके निशाने पर रोहतक लोकसभा की सीट ही थी। सत्ता का खुलकर दुरुपयोग हुआ। चुनाव के दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री हथियारों से लैस लोगों के साथ एक बूथ से दूसरे बूथ पर जाते नजर आये।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हार में आत्ममंथन होता है तो जीत में संयम होना चाहिए लेकिन पिछले 3 हफ्तों में मैंने मुख्यमंत्री तथा उनके मंत्रियों ने बयानबाजी में शिष्टाचार की सारी सीमाएं तोड़ दीं। मुख्यमंत्री द्वारा रोहतक लोकसभा सीट पर मिली जीत की तुलना भारत-बांग्लादेश मैच से की गई।
पूर्व सांसद ने सवाल किया कि आखिर वो कहना क्या चाहते हैं, क्या रोहतक क्षेत्र के वो 5 लाख 66 हजार मतदाता, जिन्होंने उन्हें वोट दिया को बांग्लादेशी हैं? मुख्यमंत्री की शब्दावली के अनुसार तो वो बांग्लादेशी हैं! दीपेन्द्र हुड्डा ने आगे बताया कि रोहतक के एक मंत्री कहते हैं कि दिल्ली का घर खाली करा लिया, अब चंडीगढ़ का घर खाली कराना है। उनको मैं बताना चाहता हूं कि जहां तक घर की बात है मेरा घर तो रोहतक के लोगों के दिलों में है। इस बार जिन लोगों ने मेरा समर्थन नहीं किया, उनके दिलों में भी कम से कम एक कमरा मेरा है।
दीपेन्द्र ने अनर्गल बयानबाजी करने वालों को चुनौती देते हुए कहा कि मंत्री जी दिल्ली का घर तो आप खाली करा लोगे लेकिन रोहतक के लोगों दिलों में दीपेन्द्र बसता है, उसने दिलों से निकालने के लिए कौन सा सरकारी नोटिस दोगे?
उन्होंने कहा कि 14 वर्ष पहले मैंने एक नौजवान के रूप में रोहतक लोकसभा क्षेत्र से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की। रोहतक की जनता के आशीर्वाद से रोहतक लोकसभा क्षेत्र को विकास के मामले में देश के मानचित्र पर सबसे आगे लाने का एक सपना देखा।
उन्होंने संतोष जताया कि इस 14 वर्ष के सफर में उन्होंने सभी के साथ मिलकर इस सपने को साकार करने में काफी हद तक सफलता पायी। दीपेन्द्र ने कहा कि मेरा काम और मेरा व्यवहार आपके आगे है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ये अल्प विराम है, पूर्ण विराम नहीं।
पूर्व कांग्रेसी सांसद ने प्रधानमंत्री से लेकर जीतने वाले सभी प्रत्याशियों को अपनी तरफ से शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जाहिर की है कि नयी सरकार तथा रोहतक के नये सांसद रोहतक की विकास यात्रा को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि लेकिन जिस तरह झूठ और फूट की राजनीति की गयी उस राजनीति के खिलाफ हम और मजबूती से लड़ेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया है कि इस झूठ और फूट की राजनीति ने अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए हरियाणा के भाईचारे को बिगाड़ने का काम किया है। इस सरकार ने हरियाणा को तीन बार जलाने का प्रयास किया है। सच ये है कि हरियाणा को विकास की पटरी से उतारने का काम बीजेपी सरकार ने किया है।
दीपेन्द्र ने कहा कि सच ये भी है कि पूरे देश में केरल के बाद दूसरे नम्बर पर हरियाणा में पिछले 5 साल की सरकार में 8.8 प्रतिशत की दर से बेरोजगारी बढ़ी है, जो पिछले 45 सालों में सबसे ज्यादा है। उनका कहना था कि इस सरकार में देश भक्ति के नाम पर देश को बांटने का काम किया गया है। बेरोजगारी के मुद्दे को, किसानों के मुद्दे को मीडिया के माध्यम से मार्केटिंग करके भटकाने का काम इस सरकार ने किया है। इस लड़ाई को हमें लड़ना होगा। हम सब मिलकर चलेंगे और इस लड़ाई को लड़ने का काम करेंगे।
इस अवसर पर पूर्व सांसद शादीलाल बतरा, विधायक डॉ. रघुवीर कादयाद आनंद सिंह दांगी, गीता भुक्कल, श्रीकृष्ण हुड्डा, जगबीर सिंह मलिक, शकुंतला खटक, पूर्व विधायक सुभाष बतरा, भारत भूषण बतरा, यादवेन्द्र सिंह, राव बहादुर सिंह, नरेश शर्मा, रोहतक लोकसभा चुनाव प्रभारी व एआईसीसी सदस्य चक्रवर्ती शर्मा, कुलदीप वत्स, राजसिंह जाखड़, नरेश हसनपुर मनराज गुलिया, सोमबीर गुलिया बादली आदि नेता और वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे।