बलात्कार करने के समय ही सिर में ईंट मार कर बच्ची की हत्या कर देता था आरोपी
दिल्ली , हरियाणा और यूपी में कई वारदातों को दे चुका है अंजाम
हत्या कर शव को झाड़ियों में फेंक देता था
गुरुग्राम । पिछले सप्ताह सैक्टर-66 एरिया मे 3 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार करने व उसकी हत्या करने के मामले में गिरफ्तार आरोपी सुनील ने किए चौकाने वाले खुलासे किए हैं। पूछताछ में उस दरिंदे ने पुलिस को बताया कि इसने बच्ची के साथ बलात्कार करते समय बच्ची के सर में ईंट मारकर उसकी हत्या कर दी थी क्योंकि वह चिल्ला रही थी।
इस संबंध में आज गुरुग्राम पुलिस के डी सी पी क्राइम ने पुलिस मुख्यलय में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि उक्त मामले के आरोपी ने स्वीकार किया है कि गत नवंबर 2016 में भी उप्पल साउथ एन्ड में साईं मंदिर में भंडारा चल रहा था। आरोपी वहां से एक छोटी लड़की को ले गया और बच्ची के साथ बलात्कार कर शव को ओमैक्स मॉल के पीछे झाड़ियों में फेंक दिया।
उनके अनुसार जनवरी 2017 में भी पीरबाबा के पास से यह आरोपी एक लड़की को भंडारे के पास से इसी प्रकार अपने साथ ले गया तथा राजीव चौक के पास उसके साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी थी। उक्त शव को इसने राजीव चौक के पास ही फेंक दिया था।
किसी को झकझोरने वाली बात यह है कि इस दरिंदे ने इसी प्रकार की 3 वारदात दिल्ली में की हैं जिनकी जानकारी जुटाई जा रही है।
डी सी पी क्राइम के अनुसार आरोपी ने बताया कि इसी प्रकार इसने एक लड़की को झांसी में व एक लड़की को ग्वालियर में बलात्कार करने के उपरांत मार दिया था।
उनका कहना था कि यह छोटी बच्चियों को ही निशाना बनाता था जो कि भंडारा या प्रशाद के लिए मंदिर या भंडारा स्थल पर आती थी तथा जिनके साथ उनके परिजन नहीं होते थे। लगभग सभी मामले में बलात्कार के बाद यह लड़की को मार देता था।
उन्होंने जानकारी दी कि इन सभी मामलों के बारे में संबंधित प्रदेशों की पुलिस से विस्तृत जानकारी ली जा रही है।आरोपी को आज अदालत में पेश किया गया जहां से पूछताछ हेतू 8 दिन के लिए पुलिस हिरासत में लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह सैक्टर-66 एरिया मे 3 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार करने व उसकी हत्या करने का मामला सामने आया था जिसके आरोपी को गुरुग्राम पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद यूपी के झांसी से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
गुरुग्राम पुलिस के पी आर ओ सुभाष बोकन के अनुसार गत 12 नवम्बर को थाना सैक्टर-65 गुरुग्राम के एरिया में लगभग 3 वर्षीय बच्ची का नग्न अवस्था में शव मिला था। यह शव सैक्टर-66 मे एक कमरे मे मिला था जिसमे कोई नहीं रहता था तथा बिलकुल सुनसान था। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौका पर पहुंची तो बच्ची की पहचान का प्रयास शुरू किया। उसी दिन थाना में एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी कि उसकी 3 वर्षीय लड़की 11 नवम्बर से लापता है। यह परिवार घटना स्थल से कुछ दूर पर झुग्गी मे रहता है। बच्ची के माता पिता मजदूरी करते हैं तथा काफी दिनों से यही पर रह रहे थे।
श्री बोकन के अनुसार थाना की पुलिस के अतिरिक्त सभी उच्च अधिकारी भी मौके पर गए तथा FSL टीम, क्राइम टीम, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट टीम के अतिरिक्त क्राइम ब्रांच के अधिकारी भी मौका पर पहुंच गए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए तथा त्वरित व प्रभावी कार्रवाई करने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त गुरुग्राम के के राव ने तेजतर्रार अधिकारी सुमित कुमार DCP Crime की अगुवाई में एक SIT का गठन किया जिसमें गुरुग्राम की क्राइम इकाइयों के सभी दक्ष पुलिस अधिकारी व कर्मचारी लगाए गए थे।
उनके अनुसार इन्वेस्टिगेशन टीम द्वारा जांच करने पर ज्ञात हुआ कि दिनांक 11 नवम्बर को यह लड़की पड़ोस में रहने वाली अपनी 2 सहेलियों के साथ खेल रही थी तो वहीं पास की झुग्गी में रहने वाला सुनील नाम का लड़का दिन में इस लड़की को कुछ चीज दिलाने का लालच देकर अपने साथ ले गया था और तभी से वह गायब थी।
पुलिस टीम ने सुनील के बारे सभी आवश्यक जानकारी ली तो पता चला कि वह आवारा किस्म का लड़का है तथा मजदूरी करता है तथा कई कई दिन गायब भी रहता है। मृतक बच्ची का पोस्टमार्टम कराया गया तो उसके साथ बर्बर तरीके से बलात्कार होने की भी पुष्टि मेडिकल बोर्ड द्वारा की गई थी। गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले को बहुत ही गंभीरता से लिया था तथा मुलजिम की गिरफ्तारी पर व इसकी सूचना देने वाले को 2 लाख रूपये इनाम की भी घोषणा की गई थी।
SIT द्वारा कई टीमें बनाकर आरोपी की तलाश शुरू की गई। आरोपी मूल रूप से झांसी के पास जिला महोबा के एक गांव का रहने वाला था इसलिए क्राइम ब्रांच की कई टीमों को ग्वालियर, झांसी, महोबा आदि स्थानों पर उसी दिन रवाना कर दिया था तथा उसी दिन से ये टीमें वहीं डेरा जमाए हुई थी तथा आरोपी की तलाश में लगी हुई थी। आरोपी के बारे यह भी पता चला था कि यह भंडारे व मंदिर गुरुद्वारा आदि में फ्री में खाना खाने का आदि है तथा कहीं भी सो जाता है। यह कोई मोबाइल फोन भी नहीं रखता है और ना ही घरवालों से संपर्क करता है जिसके कारण इसे ढूंढना और भी कठिन हो गया था।
क्राइम ब्रांच सेक्टर-39 के प्रभारी SI राजकुमार की टीम को जानकारी मिली थी कि यह आरोपी गांव मगरपुर थाना सकरार जिला झांसी (उत्तर प्रदेश) में है तो टीम ने बड़ी मेहनत व सावधानी से वहां रेड की और इसको काबू किया। पुलिस टीम इस आरोपी को लेकर गुरुग्राम पहुंची।
गुरुग्राम पुलिस के पी आर ओ ने बताया कि घटना के दिन से ही गुरुग्राम पुलिस ने इस आरोपी को पकड़ने में दिन रात एक कर दिया था तथा तलाशी अभियान जारी था।
उनके अनुसार पिछली 10 रातों से सीपी के के राव व डी सी पी क्राइम खुद रात-रात भर इलाके में घूमकर इस तलाशी अभियान को देख रहे थे। तलाशी अभियान के दौरान सभी थानों, क्राइम स्टाफ, PCR/Riders व नाकों पर तैनात सभी कर्मचारियों को लगा दिया गया था।
इस दौरान पुलिस ने 2000 से अधिक लोगों को अलग अलग कंस्ट्रक्शन साइट्स व झुग्गी झोपडियों में पर्सनली चेक किया गया था।
आरोपी भंडारे आदि में फ्री में खाना खाने का आदि है इसलिए गुरुग्राम में अलग अलग स्थानों में चल रहे सभी भंडारों को सिविल ड्रेस में तैनात पुलिस कर्मियों ने चेक किया था। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि गुरुग्राम पुलिस द्वारा अलग अलग जगह भंडारो का भी आयोजन किया गया ताकि यह पकड़ में आ सके।
इस आरोपी को पकड़ना गुरुग्राम पुलिस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था इसलिए इसको पकड़ने के लिए गुरुग्राम पुलिस ने अपने देशव्यापी इंटेलिजेंस सिस्टम का प्रयोग किया ।