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14 कौशल विकास केन्द्र शुरू : उपयुक्त
गुरूग्राम : मंडल रोजगार कार्यालय व नगर निगम गुरूग्राम कि ओर से लघु सचिवालय सभागार में स्नातकोत्तर बेरोजगार युवाओं के लिए एक स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग आयोजित की गयी. गुरूग्राम में प्रथम चरण में 14 कौशल विकास केन्द्र शुरू किए गए हैं. इनमें लगभग 450 युवक-युवतियों को विभिन्न 18 ट्रेडों में प्रशिक्षित किया जाएगा।
‘ग्लोबल विलेज’है
ट्रैनिंग कार्यक्रम में गुरूग्राम के उपायुक्त टी एल सत्यप्रकाश ने कहा कि गुरूग्राम ‘ग्लोबल विलेज’है. यहां पर युवाओं के लिए लाखों रोजगार के अवसर है। देश- विदेश की बड़ी से बड़ी निजी कंपनियों में यहां रोजगार के साधन उपलब्ध है। गुरूग्राम में उद्योग, रोजगार के लिए प्लेटफार्म और स्किल डैवलपमेंट सैंटर होने के बाद भी यहां के युवा बेरोजगार है. यह गंभीर विषय है।
निजी कंपनियों को ट्रैनिंग पार्टनर बनाया
उन्होंने कहा की सभी व्यक्तियों में एक विशेष प्रतिभा होती है लेकिन, जरूरत है सिर्फ उस प्रतिभा को निखारने की। उपायुक्त ने कहा कि बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलवाने के लिए जिला प्रशासन ने निजी कंपनियों को अपना ट्रैनिंग पार्टनर बनाया है. पार्टनर उद्योग युवाओं को ट्रैनिंग देकर रोजगार के साधन उपलब्ध करवाएंगे। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान सरकार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए संवेदनशील है। इसलिए सरकार ने युवाओं के उत्थान व उनके कौशल को पहचान दिलाने के लिए कई योजनाएं लागू की है।
निजी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर ढूंढे
स्टेंड अप इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया के साथ-साथ कौशल विकास केंद्रों की स्थापना भी की गई है. इससे युवा यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करके अपने भविष्य को सुधार सकेंगे । उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी की चाह हर किसी को होती है लेकिन सिर्फ सरकारी नौकरी के भरोसे बैठे रहना समझदारी नहीं है। क्योंकि सरकार सभी के लिए सरकारी नौकरी का प्रावधान कराने में सक्षम नहीं है। युवाओं को चाहिए कि वे बेरोजगार रहने की बजाय निजी क्षेत्रों में अपने लिए रोजगार के अवसर ढूंढे।
ग्रामीण क्षेत्रों में बीपीओ के लिए 1 लाख की सब्सिडी
ग्रामीण क्षेत्रों में बीपीओ (कॉल सैंटर) खोलने के लिए महिलाओं को केंद्र सरकार से 1 लाख रूपए की सब्सिडी भी दी जाती है। इसके लिए उन्हें रोजगार विभाग द्वारा संचालित वेब पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाएं। सिटी प्रोजैक्ट अधिकारी महेंद्र कुमार ने स्किल डैवलपमेंट सैंटर के बारे में बताते हुए कहा कि जिला के हर युवा को रोजगार मुहैया करवाना ही प्रशासन का मुख्य ध्येय है। गुरूग्राम की 11 निजी कंपनियों को स्किल डैवलपमेंट सैंटर के लिए पार्टनर बनाया गया है। इन सैंटरों के माध्यम से 1 से 3 माह की ट्रैनिंग देकर रोजगार के लिए तैयार किया जाएगा। इन सैंटरों में अलग-अलग फील्ड से संबंधित ट्रैनिंग दी जाएगी। इस ट्रैनिंग के बाद विभिन्न कंपनियों द्वारा रोजगार मेला लगाकर इन युवको को रोजगार दिलवाया जाएगा।
120 युवक-युवतियां
मंडल रोजगार कार्यालय की उप-निदेशक सुमन गहलोत ने ट्रैनिंग कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा कि मंडल रोजगार अधिकारी कार्यालय समय- समय पर रोजगार मेला लगाकर जिला के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध करवाता है। इस कार्यक्रम ट्रेनिंग पार्टनर के प्रतिनिधियों ने वहां उपस्थित युवाओं को एक पावर प्वाइंट प्रजैंटेशन के माध्यम से अपने-अपने फिल्ड की जानकारी दी।
इस मौके पर सिटी प्रोजैक्ट ऑफिसर महेन्द्र सिंह, संस्थान के संचालक गुरशरण खुराना सहित विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लगभग 120 युवक-युवतियां उपस्थित थे।