– सैक्टर-57 की मुख्य सडक़ एवं फुटपाथ से हटाया अतिक्रमण
– अतिक्रमण के खिलाफ लगातार जारी रहेगी कार्रवाई
– जनहित को ध्यान में रखते हुए ना किया जाए अतिक्रमण-निगमायुक्त
गुरूग्राम, 21 मार्च। नगर निगम गुरूग्राम की टीम ने सडक़ों एवं फुटपाथों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए आज कार्रवाई की तथा सैक्टर-57 की मुख्य सडक़ से रेहड़ी-पटरी, टपरीनुमा स्टॉल, टायर-पैंचर ठीक करने वालों सहित अन्य प्रकार के अस्थाई अतिक्रमण को हटाया। साथ ही अतिक्रमण करने वालों को स्पष्ट चेतावनी दी कि वे दुबारा से अतिक्रमण ना करें अन्यथा उनके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। जूनियर इंजीनियर आशीष सहरावत की टीम ने यह कार्रवाई की।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम गुरूग्राम के चारों जोनों में अलग-अलग चार इनफोर्समैंट टीमों का गठन किया हुआ। इन टीमों के इंचार्ज डीटीपी मोहन सिंह हैं। चारों टीमें अपने-अपने क्षेत्र में सडक़ों, फुटपाथों एवं बाजार क्षेत्रों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही हैं। कार्रवाई के दौरान अतिक्रमण को हटाने के साथ-साथ अतिक्रमण करने वालों को दुबारा से अतिक्रमण नहीं करने की चेतावनी दी जा रही है। साथ ही अतिक्रमण करने वालों का सामान जब्त करके उन पर जुर्माना भी लगाने का प्रावधान है।
नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव के अनुसार शहर की मुख्य सडक़ों, फुटपाथों तथा बाजार क्षेत्रों का अतिक्रमण मुक्त होना बहुत ही जरूरी है। इसके लिए नगर निगम की इनफोर्समैंट टीमें कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण के कारण आमजन को ही परेशानी का सामना करना पड़ता है। अतिक्रमण के कारण सडक़ें तंग हो जाती हैं, जिससे यातायात जाम की समस्या होती है। इसके साथ ही फुटपाथ पर अतिक्रमण होने से पैदल यात्रियों को मजबूरीवश सडक़ पर चलना पड़ता है, जिससे दुर्घटना होने का भी खतरा बना रहता है। इसी प्रकार बाजारों में अतिक्रमण के कारण भीड़-भाड़ की स्थिति बनती है।
अगर ऐसे में आगजनी या अन्य कोई अप्रिय घटना हो जाए, तो राहत व बचाव दल को घटना स्थल तक पहुंचने में अतिक्रमण बाधा उत्पन्न कर सकता है, जिससे जानमाल का नुकसान होने की संभावना बनी रहती है। उन्होंने कहा कि जनहित को ध्यान में रखते हुए नगर निगम गुरूग्राम अतिक्रमण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। उन्होंने गुरूग्राम के नागरिकों से अनुरोध किया कि वे अतिक्रमण संबंधी शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 1800-180-1817 पर संपर्क करें।