21 फरवरी को होगा दीक्षांत समारोह का आयोजन
इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट व बेसिक एंड एप्लाइड साइंसेज के 13 छात्रो को मिलेंगे गोल्ड मेडल
स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं उत्तीर्ण करने वाले 395 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी
गुरुग्राम, 12 फरवरी : हरियाणा के गवर्नर कप्तान सिंह सोलंकी 21 फरवरी को गुरुग्राम के सोहना रोड में स्थित के. आर. मंगलम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पहले दीक्षांत समारोह में छात्रों को डिग्रिया व गोल्ड मेडल प्रदान करेंगे। दीक्षांत समारोह में इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट तथा बेसिक एंड एप्लाइड साइंसेज के 13 छात्रो को उनकी अकादमिक श्रेष्ठता के लिए गोल्ड मेडल प्रदान किए जाएंगे एवं साथ ही विभिन्न विषयो मे स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं उत्तीर्ण करने वाले 395 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी। के. आर.मंगलम विश्वविद्यालय की स्थापना हरियाणा सरकार के कानून के तहत 2013 में की गयी थी और यह विश्विद्यालय यूजीसी एक्ट 1956 के अनुच्छेद 22 के तहत डिग्रियां प्रदान करता है।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं अग्रणी शिक्षाविद प्रो. के.के. अग्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय विश्वस्तरीय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और प्रौद्योगिकी, फार्मेसी, आर्कीटेक्चर, जनसंचार, एप्लाइड व बेसिक साइंसेज़, मानविकी, एडुकेशन, प्रबंधन एवं कानून के क्षेत्र में विश्वस्तरीय शोध कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि विश्वविद्यालय से डिग्रियां प्राप्त करने वाले अनेक छात्रो को प्लेसमेंट के विविध कैंपस ड्राइव्स में नौकरियों के अच्छे अवसर प्राप्त हुए हैं। उन्होंने अत्याधुनिक सुविधाओ से लैस आधारभूत ढांचा विकसित करने और विश्वविद्यालय में बेहतरीन शैक्षणिक माहौल निर्मित करने के लिए कुलपति, प्रोफेसर आर. के. मित्तल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कुलपति के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के शिक्षक गण अपने-अपने क्षेत्र में शिक्षा एवं शोध का सराहनीय कार्य कर रहे हैं। उन्होंने दृढ़ विश्वास जताया कि निकट भविष्य में के. आर. मंगलम विश्वविद्यालय उत्कृष्ट शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान अर्जित कर लेगा।
एम. बी. ए. में सर्वोच्च अंक हासिल करके स्नातक की उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र, राहुल खटानी ने कहा कि माननीय राज्यपाल से गोल्डमेडल प्राप्त करने की उम्मीद से वह बेहद रोमांचित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय में दाखिले के तुरंत बाद ही उन्होंने यह अहसास हो गया था कि अकादमिक श्रेष्ठता हासिल के लिए उन्हें पुरजोर प्रयास करने होंगे। अपनी इस अकादमिक उत्कृष्टता की राह में आने वाली रुकावटों को पार करने में उन्हें शिक्षकों से भरपूर सहयोग व प्रोत्साहन मिला।
बहुत ही कम समय में, के. आर. मंगलम विश्वविद्यालय ने शानदार सफलता हासिल की है और छात्रों के सपनों को साकार करने मे महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है जिसकी सराहना अकादमिक जगत के विद्वान भी कर रहे हैं।