छेड़छाड़ व चैन झपटने की घटना
कंट्रोल रूम व महिला हैल्प लाइन से नो रिस्पोंस
धर्मेन्द्र यादव
फरीदाबाद : फरीदाबाद में पुलिस कितनी मुस्तैद है और महिलाएं कितनी सुरक्षित है, इसकी एक और बानगी उस समय देखने को मिली, जब पुलिस आयुक्त के कार्यालय और निवास के पास अखिल भारतीय विधार्थी परिषद की प्रदेश छात्रा प्रमुख मीनू गोदारा के साथछेडछाड की गई. इतना ही नहीं आरोपी उसकी सोने की चैन लूटकर पैदल ही फरार हो गया। पीडि़त युवती बार-बार पुलिस कंट्रोल रूम से लेकर महिला हैल्प लाइन पर फोन करती रही। लेकिन कोई मदद के लिए नहीं पंहुचा। ऐसा तो तब हुआ जब प्रदेश में भाजपा का शासन है और पीडिता भी उसी पार्टी की छात्र शाख कि प्रदेश प्रमुख है.
पुलिस आयुक्त को फोन करने के बाद अनखीर पुलिस चौकी से दो पुलिस कर्मी मौके पर पंहुचे और अपना क्षेत्र न बताकर चले गए। इस दौरान कोई भी महिला पुलिस कर्मी साथ नहीं थी, जिसे युवती अपने साथ बीती घटना के बारे में बता सकें। इस घटना के बाद प्रदेश छात्रा प्रमुख मीनू गोदारा का अब पुलिस के उपर से विश्वास उठ चुका है।
वैसे तो सेवा-सुरक्षा और सहयोग का नारा देने वाली फरीदाबाद पुलिस महिलाओं की सुरक्षा का दम भरती रहती है और रोजाना नए-नए ऐप और संगोष्ठी करती है। महिला थाने से लेकर महिला हैल्प लाइन तक खोले गए है। किसी युवती के साथ कोई घटना घटित होने पर सब बेकार ही नजर आते है। ऐसा ही कुछ एबीवीपी के प्रदेश छात्रा प्रमुख मीनू गोदारा के साथ उस समय हुआ, जब वह सैक्टर-21 के एक अस्पताल में उपचाराधीन अपनी मां के लिए जूस लेने के लिए पुलिस आयुक्त कार्यालय के पास आई थी। वहां एक व्यक्ति ने पहले उसके साथ बदतमीजी की और फिर उसके गले से सोने की चैन खीचकर पैदल ही फरार हो गया। पुलिस आयुक्त कार्यालय और पुलिस आयुक्त निवास के पास हुई इस घटना ने पुलिस मुस्तैदी की पोल खोलकर रख दी है।
पीडि़ता मीनू गोदारा का कहना है कि उसके साथ घटना होने के बाद उसने कई बार पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया, लेकिन वह व्यस्त रहा। फिर उसने महिला हैल्प लाइन पर फोन किया तो वहां से भी उसे कोई संतोष जनक जबाव नहीं मिला। इसके बाद उसने पुलिस आयुक्त को फोन किया तो अनखीर पुलिस चौकी से दो पुलिस कर्मी 45 मिनट बाद मौके पर आए और पूछताछ करने के बाद यह कहकर चले गए कि यह एरिया उनका नहीं है।
काफी जदोजहद के बाद सैक्टर-21 की पुलिस आई और फिर एरिया अनखीर चौकी का ही निकला।पूरी घटना के दौरान पुलिस कर्मी केवल पीडि़ता से ही बात करते रहे और किसी ने भी अपराधी को पकडऩे की जरूरत तक नहीं समझी। एबीवीपी की प्रदेश छात्रा प्रमुख मीनू गौदारा का कहना है कि वह समझती थी कि फरीदाबाद में महिलाएं सुरक्षित है। लेकिन यहां तो घटना के पोने घंटे बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पंहुचती है।