चेन्नई: दक्षिण भारत में चक्रवात ओखी के कहर से अब तक 19 लोगों की जान चली गई जबकि 690 लोगों को बचा लिया गया है। बताया जाता है कि अभी भी 96 लोग लापता है, जबकि 63 अस्पताल में भर्ती है।
तमिलनाडु के राज्य राजस्व नियंत्रण कक्ष द्वारा बताया गया कि 74 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि 1122 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं।
आज रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने चक्रवात ओखी से प्रभावित कन्याकुमारी का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बातचीत की। रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया कि रविवार सुबह 10 बजे 357 मछुआरों को बचा लिया गया है। रक्षा मंत्री कन्याकुमारी पहुंचीं और उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम के साथ स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान वरिष्ठ मंत्री, नौसेना अधिकारी, तटरक्षक और जिला अधिकारी मौजूद रहे। रक्षामंत्री सोमवार को कन्याकुमारी से सड़क के रास्ते केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम जाएंगी व चक्रवात प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी व स्थानीय लोगों से रास्ते में मिलेंगी।
केरल के त्रिवेंद्रम में बचाव कार्य चल रहा है। शहर में कुल 197 लोगों को बचाया गया है और अब तक 11 लोगों की मौत हुई है। आईएनएस वेन्दुरुथी के कमांडिंग ऑफिसर, कमोडोर जी प्रकाश ने कहा कि हमने लक्षद्वीप से 25 लोगों को बचाया और केरल के तट से 13 लोगों को उठाया।
केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री के.जे. अल्फोंस ने रविवार को कहा कि केरल के तिरुवंनतपुरम और कोल्लम जिले में भारी तबाही मचाने वाले चक्रवाती तूफान ओखी को राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं किया जाएगा। केरल सरकार ने शनिवार को ओखी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए केंद्र सरकार से संपर्क करने का फैसला किया था।