– जिला स्तरीय बाल दिवस कार्यक्रम में झज्जर उपायुक्त ने किया बच्चों को सम्मानित
झज्जर,14 नवंबर सोनू धनखड़ :- उपायुक्त सोनल गोयल ने बाल दिवस के अवसर पर शिक्षकों व अभिभावकों से बच्चों में शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को समझाने की अपील की है। बच्चे एक ऐसा माध्यम है जिनके जरिए सामाजिक सरोकारों का जल्द से जल्द प्रसार किया जा सकता है। उपायुक्त ने यह बात मंगलवार को लघु सचिवालय परिसर स्थित संवाद भवन में आयोजित बाल दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से जिला स्तरीय बाल दिवस कार्यक्रम में उपायुक्त मुख्य अतिथि थी। उन्होंने मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
उपायुक्त ने जिलावासियों को बाल दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज जो बच्चे है आने वाले कल में यही देश का भविष्य है। उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत को युवा देश कहा जाता है। यहां की आबादी में 15 से 45 वर्ष आयु वर्ग की बड़ी हिस्सेदारी है। जनसंख्या में इस आयु वर्ग को उत्पादक कहा जाता है जोकि देश व समाज की उन्नति के लिए महत्वपूर्ण है। समाज में जागरुकता के लिए बच्चों की अग्रणी भूमिका रहती है। आज का दिन बच्चों की इसी भूमिका को याद दिलाता है। उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचे बच्चों को सीख देते हुए कहा कि आप अपना स्नेह व ऊर्जा जीवन भर अपने अभिभावकों व शिक्षकों के साथ सांझा करते रहे जिससे समाज में आने वाली चुनौतियों का समाधान हो सकेगा।
श्रीमती गोयल ने कहा कि भारत व हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं जैसे स्वच्छ भारत मिशन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आदि कार्यक्रमों के बारे में अपने अभिभावकों, संबंधियों व आस-पड़ोस में सांझा करें। जिससे उनका सीधा असर समाज पर दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि झज्जर जिला के बच्चों ने शिक्षा, खेल व जीवन के अन्य क्षेत्रों में अपनी उपलब्धियों से हम सबका मान बढ़ाया। जिससे हमें इन बच्चों पर सदैव गर्व रहेगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का हमेशा प्रयास रहेगा कि बच्चों को जीवन में उन्नति के लिए प्रेरणा निरंतर दी जाती रहेगी। हरियाणा बाल कल्याण परिषद की ओर से बाल दिवस को लेकर पिछले दिनों आयोजित रचनात्मक स्पर्धाओं के विजेता बच्चों को उपायुक्त ने सम्मानित किया। बाल दिवस के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर जिला जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा हुड्डा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी लतिका मास्टर महेंद्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा जिला के विभिन्न स्कूलों के बच्चे, शिक्षक व अभिभावक उपस्थित रहे।