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फरीदाबाद में पंडित जवाहरलाल नेहरू की 127वीं जयंती गरीब बच्चों को शिक्षण सामग्री बांटकर मनाई
पूर्व विधायक ने कहा, नेहरू उच्चकोटि के चिन्तक, विचारक और लेखक थे
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं गुडगांव कांग्रेस के प्रभारी बलजीत कौशिक ने भी किया मलायार्पण
फरीदाबाद, 14 नवम्बर : फरीदाबाद के पूर्व विधायक आनन्द कौशिक तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं गुडगांव कांग्रेस के प्रभारी बलजीत कौशिक ने आज नीलम चौक स्थित पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा पर फूलमालाएं पहनाकर तथा कृष्णा कालोनी स्लम बस्ती के स्कूल मे जाकर गरीब बच्चों को शिक्षण सामग्री एव मिठाईंया बांटकर उनकी 127वीं जयंती मनाई। इस अवसर पर उन्होने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू बच्चों को बहुत प्यार करते थे, इसलिए बच्चे भी उन्हे आदर देते थे और उन्हे चाचा नेहरू कहते थे। पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप मे मनाया जाता है। इससे पूर्व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुबह से नीलम चौक पर जाकर साफ-सफाई की और पंडित जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा को जल से धोकर साफ किया। सेंकडों की संख्या मे मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पंडित जवाहर लाल नेहरू अमर रहें के गगनभेदी नारे लगाये।
उन्होने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू को आधुनिक भारत का निर्माता माना जाता है। नेहरू जी ने भारत को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से उन्नत बनाने के लिए महान कार्य किये हैं जिसके लिए हमे उनका कृतज्ञ रहना चाहिए। श्री कौशिक ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संभ्रान्त परिवार में जन्म लेकर तथा सभी तरह की सुख-सुविधाओं भरे वातावरण में पल कर भी उन्होने राष्ट्रीय स्वतंत्रता एवं आन-बान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। वे 1912 में इंगलेंड से बैरिस्टर बनकर वापिस आये और अपने पिताजी मोतीलाल नेहरू के साथ मिलकर प्रयाग में वकालत शुरू कर दी। सन 1915 में उन्होने वकालत त्याग कर राष्ट्रीय आन्दोलन में हिस्सा लेकर अपना राजनीतिक जीवन आरम्भ किया और देश को आजाद करवाने में अहम भूमिका निभाई। वे देश के सर्वसम्मति से प्रथम प्रधानमंत्री बने और मृत्यु तक इस पद पर बने रहे।
श्री नेहरू उच्चकोटि के चिन्तक, विचारक और लेखक थे। उन्होने देश के विकास में जो कार्य किये वे सदैव सराहनीय रहेंगे। नेहरू जी के पंचशील के सिद्धान्तो ने विश्व शान्ति की स्थापना मे सहायता की। नेहरू जी ने भारत में लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, अग्रगामी एवं शांतिप्रिय राष्ट्र की नींव डाली। पंडित जवाहर लाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता से पहले और बाद मे भारतीय राजनीति के मुख्य केन्द्र बिन्दू थे। उन्होने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू युगदृष्टा, महान स्वतंत्रता सेनानी, महान वकील, कुशल राजनेता, विश्वशांति के अग्रदूत थे, जिन्होने स्वतंत्रता संग्राम मे बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत में विकास की नींव डाली, जिसमें किसानो के लिए बांध, नहरें, मजदूरों के लिए कारखाने व मिलों का निर्माण, वैज्ञानिको के लिए तमाम शोध संस्थान और युवाओं के लिए शिक्षण संस्थाओं का निर्माण कराया, जिसे कृतज्ञ राष्ट्र सदैव याद रखेगा।
श्री कौशिक ने कहा कि एनआईटी फरीदाबाद को बसाने मे पंडित जवाहर लाल नेहरू का विशेष योगदान रहा हैं। फरीदाबाद को एक औद्योगिक नगरी के रूप मे विश्व पटल पर लाने मे भी उनका विशेष सहयोग रहा है। फरीदाबाद वासी पंडित जवाहर लाल नेहरू जी के योगदान को सदैव याद रखेंगे। श्री कौशिक ने कहा कि भारतरत्न पंडित जवाहर लाल नेहरू जी का संपूर्ण जीवन देश के प्रति समर्पित रहा और उनके पुरे परिवार ने भारत की आजादी में अपना अपूर्व योगदान दिया। भारत को आर्थिक रूप से निर्भिक बनाने के लिए भी इन्होने बहुत अहम योगदान दिया।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस सचिव सतबीर डागर, पूर्व पार्षद अनिल शर्मा, कांग्रेसी नेत्री रेनू चौहान, बेदी प्रधान, गोल्डी बरेजा प्रधान, समाजसेवी रमेश सहगल, शिक्षाविद सुनील मान चैयरमेन, कृष्णलाल गुलाठी, चांद मौहम्मद, दानिश अली, विक्रम पोसवाल, सुभाष कपूर, अशोक पाराशर, तुलसी प्रधान, सरला भामोत्रा, मालवती पांचाल, लाडो देवी, विमला देवी, ढकेली, जमना देवी, सुनीता फागना, उमादेवी, राजकुमारी, चंदन देवी, फूल कुमारी, कृष्णा, सरदार भूपेन्द्र सिंह चानना, पंडित जगदम्बा प्रसाद, सचिन शर्मा, राजीव शर्मा, महेन्द्र यादव, कलुवा प्रधान, महीपाल ठेकेदार, अर्जुन तंवर, मास्टर मुन्नेलाल, अवधकिशोर, विनोद कौशिक, रामप्रवेश सिंह, सरदार हरजीत सिह, रामबीर सिंह, रामकिशन शर्मा, धर्मपाल सैनी, विनोद मौर्य, मुनीम यादव, भरत पांडे, मनीष यादव, सत्यनारायण शर्मा, देवेन्द्र दीक्षित आदि कांग्रेस कार्यकर्ता व गणमान्य व्यक्ति विशेष रूप से मौजूद थे