सीबीआई का दावा, पुलिस ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की
नई दिल्ली। गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के मामले में सीबीआई जांच से नित नए खुलासे होने से शहरवासी हतप्रभ हैं । मिडिया की खबर के अनुसार सीबीआई ने दावा किया है कि प्रद्युम्न मर्डर केस में गुरुग्राम पुलिस ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की थी। सीबीआई के इस दावे के बाद गुरुग्राम पुलिस शक के दायरे में आ गयी है .हालाँकि एक दिन पूर्व ही गुरुग्राम पुलिस आयुक्त ने इन आरोपों से इनकार किया था.
मिडिया की खबर में एक न्यूज एजेंसी के हवाले से बताया गया है कि सीबीआई ने कहा है कि प्रद्युम्न मर्डर केस में गुरुग्राम पुलिस ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की थी। उल्लेखनीय है कि पूर्व में ग्रुरुग्राम पुलिस ने मामले की जांच में रेयान स्कूल के बस कंडक्टर अशोक को आरोपी बना कर गिरफ्तार किया था लेकिन सीबीआई ने जाँच का जिम्मा संभालने के बाद उनकी जांच को बेमानी करार दिया है. सीबीआई ने अब उसी स्कूल के 11 वीं के छात्र को गिरफ्तार किया है और मर्डर में उसका हाथ होना बताया है.
उल्लेखनीय तथ्य यह है कि प्रद्युम्न के परिजन लगातार पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे थे और सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की मांग मान ली. अब सीबीआई ने अशोक को मामले में क्लीनचिट दे दी है र स्कूल के ही 11वीं के छात्र को हत्या का आरोपी बनाया है।
सीबीआई ने संकेत दिया है की जांच में जुटी पुलिस ने ही सबूतों को मिटाने की कोशिश की है. इससे जाहिर है सवाल खड़ा हो गया है कि गुरुग्राम पुलिस इस मामले में लिप्त वास्तविक आरोपी को बचाने की कोशिश में थी. हालाँकि यह्जांच का विषय है कि वह कौन व्यक्ति था जिन्होंने पुलिस पर सबूतों को मिटाने के लिए दबाव डाला. पुलिस किसके इशारे पर काम कर रही थी. कहा जा रहा है कि गुरुग्राम के के ही किसी नेता ने पुलिस पर दबाव डाला जिससे यह जांच बुरी तरह प्रभावित हुयी और वास्तविकता से अलग हट गई.