Font Size
यूनुस अलवी
मेवात: स्वास्थ्य ही धन है, एक आम प्रचलित और प्रसिद्ध कहावत है । हमें हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि, वास्तव में धन केवल धन ही होता है हालांकि, स्वास्थ्य संसार में सबसे बड़ा धन होता है । हमें अपने बच्चों को इस प्रचलित आम कहावत के बारे में अवश्य बताना चाहिए । इसके लिए आज स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्वास्थ्य ही धन है पर विस्तार से बताया की कई बच्चे, विद्यार्थी और बुजुर्ग अपने जीवन को बिमारिओ से सुरक्षित रख सकते है। स्वास्थ्य कितना महत्वपूर्ण है ये सब जानते है लेकिन जीवन के सही सद उपयोग करने के बारे में आज के इस स्वास्थ्य शिविर में डॉ सलीम ने विस्तार से बताया और कहा की हम सभी को अपने बच्चो को साफ़ सफाई के बारे में हमेशा बताना चाहिए ताकि वो बिमारिओ से बच सके।
आज के इस स्वास्थ्य शिविर में लगभग दो सो स्कूल के बच्चो के स्वास्थ्य की जाँच और फ्री दवाओ के साथ गाँव वासियो के स्वास्थ्य की भी जाँच की गई।
इस मोके पर एबीएस फाउंडेशन के प्रभारी नवीन लाठर ने गाँव वासियो को बताया की जीवन अमूल्य है इसका हमेशा सद उपयोग करना चाहिए ताकि देश स्वस्थ्य रह सके और लोगों को स्वास्थ्य के सभी पहलुओं के बारे में शिक्षित करना स्वास्थ्य शिक्षा (॥द्गड्डद्यह्लद्ध श्वस्रह्वष्ड्डह्लद्बशठ्ठ) कहलाती है । स्वास्थ्य शिक्षा ऐसा साधन है जिससे कुछ विशेष योग्य एवं शिक्षित व्यक्तियों की सहायता से जनता को स्वास्थ्यसंबंधी ज्ञान और बचाव के तरीको से अवगत कराया गया 7 इससे बचने के उपायों का प्रसार किया जा रहा है ।
विस्तृत अर्थों में स्वास्थ्य शिक्षा के अन्तर्गत पर्यावरण का स्वास्थ्य, फिजिकल स्वास्थ्य, सामाजिक स्वास्थ्य, भावात्मक स्वास्थ्य, बौद्धिक स्वास्थ्य, तथा आध्यात्मिक स्वास्थ्य सभी आते हैं । स्वास्थ्य शिक्षा के द्वारा ही व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह ऐसा बर्ताव करता है जो स्वास्थ्य की उन्नति, रखरखाव और पुनर्प्राप्ति में सहायक हो । एबीएस फाउंडेशन के प्रभारी नवीन लाठर ने बताया की स्वास्थ्य शिक्षा के द्वारा जनसाधारण को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि उसके लिए क्या स्वास्थ्यप्रद और क्या हानिप्रद है तथा इनसे साधारण बचाव कैसे किया जाय । संक्रामक रोगों जैसे चेचक, क्षय और अन्य रोगों के टीके लगवाकर हम कैसे अपनी सुरक्षा कर सकते हैं।
स्वास्थ्य शिक्षक ही जनता से संपर्क स्थापित कर स्वास्थ्य शिक्षा द्वारा स्वास्थ्यसंबंधी आवश्यक नियमों का उन्हें ज्ञान कराता है इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे है इस योजना से लोग यथाशीघ्र स्वास्थ्यरक्षासंबंधी नियमों से परिचित हो जाते हैं । स्वास्थ्य शिक्षा से तत्काल लाभ पाना कठिन होता है क्योंकि इसमें अधिकतर समय स्वास्थ्य शिक्षक का लोगों का विश्वास प्राप्त करने में लग जाता है । हमारी टीम नुह खडं के बहुत से गाँव में स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारी के माध्यम से जागरूक कर रही है ताकि स्वस्थ्य मेवात की सही मायने में कल्पना की जा सके 7 आज ये एक सुरुवात है जो मेवात के स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से बीवा गाँव में सुरु की गई ये आगे चल कर मेवात के अन्य गाँवो में भी सुरु करने का प्लान है 7 इस मोके पर एबीएस फाउंडेशन से नूरदिन फोजी, इल्यास, धन सिंह, आजाद, रहीस, मोलाना, मो. आरिफ टाई सामाजिक कार्यकर्ता, साबिर हुसैन नगली व् अन्य ग्रामीण मोजूद थे।