‘एकेडमिक परफोरमैन्स’ कॉलम में परिवर्तन
अध्यापक की परफोरमैन्स : अंतिम बार पढ़ाई गई बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम
चंडीगढ़, 28 जून : हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अध्यापकों के हित के लिए शुरू की गई ‘अध्यापक स्थानांतरण नीति-2016’ को और अधिक स्पष्ट कर दिया गया है। इसमें पैरा 7 (बी) के अंतर्गत ‘एकेडमिक परफोरमैन्स’ कॉलम के बारे में जो भ्रांतियां थी उनको दूर किया गया है कि किसी अध्यापक की परफोरमैन्स उसके द्वारा अंतिम बार कभी भी पढ़ाई गई बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम को माना जाएगा।
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों में स्थानांतरण के इच्छुक अध्यापकों को एमआईएस पोर्टल में अपनी ‘एकेडमिक परफोरमैन्स’ को भरते वक्त कुछ भ्रांतियां थी कि ‘एकेडमिक परफोरमैन्स’ का लाभ केवल उन्हीं अध्यापकों को मिलेगा जिनके द्वारा पढ़ाई गई ताजा बोर्ड परीक्षा का परिणाम बेहतर होगा।
उन्होंने बताया कि इस बारे में शिक्षा विभाग द्वारा अपनी वैबसाइट पर एक परिपत्र भी अपलोड कर दिया गया है जिसमें भ्रांति को दूर करते हुए विस्तार से जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि स्कूल मुखिया के निर्णायक विवेक पर निर्भर करता है कि वह किस अध्यापक से बोर्ड कक्षाओं को पढ़वाते हैं। ‘वर्क अलोकेशन स्कीम’ के तहत कई बार स्कूल में किसी अध्यापक को दसवीं एवं बारहवीं कक्षा पढ़ाने का कार्य नहीं दिया जाता है जबकि उस अध्यापक ने पहले के शैक्षणिक सत्र में इन बोर्ड परीक्षाओं को पढ़ाया होता है। ऐसे में उस अध्यापक को एमआईएस पोर्टल में बोर्ड परीक्षा पढ़ाने का श्रेय या लाभ नहीं दिया जाता जो कि उचित नहीं है।
प्रवक्ता ने बताया कि कई बार एक अध्यापक द्वारा दसवीं एवं बारहवीं कक्षा किसी स्कूल में पढ़ाई हुई तो होती है और परंतु बाद में विभागीय नीति के तहत उसका डाइट,बाइट,एससीईआरटी में या फिर एपीसी या डीपीसी जैसे पद या गैर-शैक्षणिक पद की जिम्मेवारी दे दी जाती है। ऐसे अध्यापकों को भी अंतिम बार उसके द्वारा पढ़ाई गई बोर्ड कक्षा के परीक्षा परिणाम का श्रेय अथवा लाभ मिलगा। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि किसी भी अध्यापक द्वारा ‘एकेडमिक परफोरमैन्स’ का लाभ उस अध्यापक द्वारा अंतिम बार पढ़ाई गई बोर्ड कक्षा की परीक्षा के परिणाम के आधार पर ही स्थानांतरण के अंतर्गत मिलेगा।