नई दिल्ली : देश के दो प्रमुख राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया में कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि हमें धक्का मिला है लेकिन ये धक्का दिया गया है , ये टार्गेटेड तरीके से चुनाव में सामान अवसर देने की व्यवस्था को बिगाड़ा है. पार्टी ने कहा है कि हमारे लिए कहीं खुशी है, कहीं गम है। लेकिन कांग्रेस पार्टी के एजेंडा में कोई परिवर्तन नहीं आने वाला है।सामाजिक, आर्थिक, मोडानी, जातिगत जनगणना, संविधान की सुरक्षा जैसे सभी मुद्दे हम उठाते रहेंगे। हमारा हौसला कमजोर नहीं हुआ है।
कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस पार्टी के मीडिया महासचिव जयराम रमेश और राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेडा ने कहा कि हम लड़ते रहेंगे, जनता के मुद्दे उठाते रहेंगे। पवन खेडा ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिले जनादेश को स्वीकार करती है। हम जनता के जरूरी मुद्दे उठाते आए हैं। उनकी आवाज बनते आए हैं। ये काम हम मजबूती से करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि झारखंड के लोगों ने अपने जनाधिकार, जल, जंगल, जमीन के मुद्दों को प्राथमिकता से चुना। उन्होंने विभाजनकारी और झूठ की राजनीति को नकारा है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मैं झारखंड की जनता को बधाई देता हूं, क्योंकि उन्होंने हमारे देश को एक नया रास्ता दिखाया है। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता का कहना था कि झारखंड ने ध्रुवीकरण की राजनीति को निर्णायक तरीके से ठुकराया है। झारखंड में सारा चुनाव सिर्फ घुसपैठ के मुद्दे पर लड़ा गया। संवैधानिक संस्थाओं के दुरपयोग के खेल को हराया है। झारखंड के परिणामों से सकारात्मक संदेश मिलता है कि ध्रुवीकरण की राजनीति को हराया जा सकता है और हम हराकर ही रहेंगे।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि महाराष्ट्र में जानबूझकर लेवल प्लेइंग फील्ड को बिगाड़ा गया है। वहां जो नतीजे आए हैं, वह हमारे लिए अप्रत्याशित हैं। लोकसभा चुनाव में हमारे जो मुद्दे थे, वो आज भी अहमियत रखते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं ने इन मुद्दों को जोर-शोर से उठाया था। जातिगत जनगणना, आर्थिक समानता, सामाजिक ध्रुवीकरण, संविधान की सुरक्षा, 50% आरक्षण की सीमा, मोडानी घोटाला.. इन मुद्दों को महाराष्ट्र की जनता ने ठुकराया नहीं है।
पत्रकारों के सवाल पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि इस नतीजे पर हम जांच करेंगे, इसका विश्लेषण होगा- जो कि स्वाभाविक है। महाराष्ट्र में जिसकी जीत हुई है, उन्हें अनुमान नहीं था कि ऐसा नतीजा आएगा। हम यह मानकर चल रहे थे कि हमें जनादेश मिलेगा। महाराष्ट्र में जनता सरकार के खिलाफ थी और उनके खिलाफ एक माहौल था। नतीजे भले ही विपरीत हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम पीछे हटेंगे। हम, हमारी पार्टी और कार्यकर्ता महाराष्ट्र में काम करते रहेंगे।
एक सवाल पर कांग्रेस मीडिया सेल के चेयरमैन पवन खेडा ने कहा कि हम जीतें या हारें, हम इस चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाते रहेंगे।जहां बच्चों के पेपर लीक हो जाते हैं, वहां आंख बंद कर मशीनों और चुनावी प्रक्रिया पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
पवन खेडा ने कहा :
• हम बार-बार EVM और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता की बात करते हैं।
• हमने चुनाव आयोग को लिस्ट दी कि कहां-कहां रेड और ग्रीन मार्किंग हो रही है।
• EVM की 99% बैटरी के बारे में सवाल किया।
• हरियाणा में वोटिंग के बाद वोटिंग प्रतिशत बढ़ने पर सवाल किया।
• नागपुर में BJP नेता की गाड़ी में EVM मशीनें मिलीं।
-लेकिन कोई जवाब नहीं आया, चुप रहना कोई उत्तर होता है क्या?
-महाराष्ट्र में लोक सभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नाम पर लोगों ने भाजपा को नाकारा और चार माह आब भाजपा को 132 सीट देना आश्चर्यजनक है और सवाल खड़े करता है
-हरियाणा में भी ऐसा ही हुआ जिससे पता चलता है कि देश की हवा मोदी के खिलाफ है