दो राज्यों के बीच मिलेगा व्यावसाय व पर्यटन को बढ़ावा
दोनों राज्यों के परिवहन मंत्रियों के बीच हुआ समझौता
अनिल यादव
जयपुर, 13 जून। राजस्थान के उत्तर-दक्षिण-पश्चिम-पूरब चारों कोनों में स्थित जिलों के साथ ही कई अन्य जिले अब उत्तर प्रदेश से सीधी बस सेवाओं से जुड़ जाएंगे और शैक्षिक, धार्मिक, व्यावसायिक, पर्यटन एवं अन्य उद्देश्यों से यात्रा करने करने वाले दोनों राज्यों के लाखों लोगोें को इसका लाभ मिलेगा। दोनों राज्यों के पथ परिवहन निगमों की बस सेवाएं 199 रूट्स पर एक लाख से भी अधिक किलोमीटर पर संचालित होंगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को लखनऊ परिवहन एवं सानिवि मंत्री यूनुस खान एवं उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिहं के मुख्य आतिथ्य में राजस्थान की ओर से परिवहन विभाग के प्रमुख शासन सचिव एवं आयुक्त शैलेन्द्र कुमार अग्रवाल एवं उत्तर प्रदेश की ओर से वहां की परिवहन विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती आराधना शुक्ला के मध्य मंगलवार को लखनऊ में अन्तरराज्यीय परिवहन समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
समझौते के अनुसार दिल्ली, जयपुर, अजमेर, हरिद्वार, मेरठ, बीकानेर, गंगानगर, जोधपुर, उदयपुर, आगरा, अलीगढ़, मथुरा, वृन्दावन, गोरखपुर, सोनोली, झांसी, फिरोजाबाद, कोटा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ, श्रीमाधोपुर, मुरादाबाद, सम्भल, वन स्थली, रूपेडिहा, बरेली, इलाहाबाद, सवाई माधोपुर, अलवर एवं कन्नौज, आदि स्थान सीधी बस सेवाओं से सम्बद्ध हो जाएंगे।
इस अवसर पर परिवहन मंत्री श्री यूनुस खान ने बताया कि वर्तमान में यातायात में बढोत्तरी को देखते हुए 199 रूट्स पर राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा उत्तर प्रदेश में 56 हजार 558 किलोमीटर में एवं उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा राजस्थान में 56 हजार 774 किलोमीटर में बस सेवाएं संचालित की जाएंगी। इस करार के अन्तर्गत साधारण बसों के साथ मध्यम एवं निम्न मध्यमवर्गीय यात्रियों के लिए परिवहन निगम की अपनी वातानुकूलित बसें व आवश्यकतानुसार उच्च श्रेणी की वाल्वों एवं स्कैनिया बसें भी इन रूट्स पर संचालित की जाएंगी।
उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि विगत कई वर्ष से इस समझौते के लिए प्रयास किए जा रहे थे। वर्तमान समझौते से पूर्व 2006 में भी 128 मार्गों पर राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा उत्तर प्रदेश में 34 हजार 256 एवं उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा राजस्थान में 34 हजार 676 किलोमीटर में बस सेवाओं के संचालन के लिए समझौता हुआ था।
उत्तर प्रदेश की प्रमुख परिवहन सचिव आराधना शुक्ला ने बताया कि दोनों राज्यों के बीच हुए इस वृहद परिवहन समझौते को केन्द्र सरकार के मोटरयान अधिनियम 1988 के प्रावधानों के अन्तर्गत कार्यरूप दिया गया है। समारोह में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री दिनेश शर्मा, आरएसआरटीसी के प्रबन्ध निदेशक श्री कुलदीप रांका, उप्र परिवहन निगम के अध्यक्ष श्री प्रवीर कुमार, उप्र के परिवहन आयुक्त एवं प्रबन्ध निदेशक श्री के.रविन्द्र नायक एवं राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के परिवहन निगमों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।