हरियाणा सरकार की नई खेल नीति की उपलब्धि : अनिल विज
चंडीगढ़ : हरियाणा के खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री अनिल विज को हरियाणा में खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए किए गए विशेष प्रयासों के लिए आज मुम्बई में आयोजित एक कार्यक्रम में देश के बैस्ट खेल मंत्री के सम्मान से नवाजा गया है। खेल मंत्री अनिल विज ने इस उपलब्धि को हरियाणा सरकार की नई खेल नीति तथा खेल विभाग के अधिकारियों के समर्पित भाव से कार्य करने की टीम भावना तथा हरियाणा के खिलाडिय़ों द्वारा मेहनत और लग्न से इस खेल नीति का परिणाम दिखाने का संयुक्त प्रयास है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य है, जहां प्रत्येक जिला में 30-30 करोड़ रुपए की लागत से इंडोर बहुउद्देशीय खेल स्टेडियम तैयार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जब वर्ष 2014 में हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का गठन हुआ उस समय खेलों का बजट मात्र 88 करोड़ रुपए था और इस वित्त वर्ष में इस बजट को 850 करोड़ रुपए तक पंहुचाया गया है। उन्होंने कहा कि खेल बजट में 10 गुणा वृद्धि होने से जिला, खंड और गांव स्तर पर खेल सुविधाओं में विस्तार करवाया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने प्रत्येक क्षेत्र के लोकप्रिय खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेल एक्सीलेंस सेंटर स्थापित करने की शुरूआत की है। इसके अलावा निजी स्कूलों और संस्थाओं के सहयोग से प्रत्येक जिला में 20-20 खेल नर्सरियों स्थापित की जा रही हैं।
श्री विज ने यह भी कहा कि हरियाणा देश का एकमात्र राज्य है, जहां के खिलाडिय़ों ने ओल्मपिक, पैरालम्पिक, कॉमनवैल्थ और एशियाड खेलों में देश के लिए सबसे अधिक मैडल प्राप्त किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने ओल्मपिक खेलों के विजेता खिलाडिय़ों की तर्ज पर पैराल्मपिक खिलाडिय़ों के लिए भी स्वर्ण पदक के लिए 6 करोड़, रजत पदक के लिए 4 करोड़ तथा कांस्य पदक के लिए 2.50 करोड़ रुपए के एकसमान ईनामों का प्रावधान किया है। खेल विभाग हरियाणा की इस उपलब्धि के कारण ही श्री विज को मुम्बई में बैस्ट खेल मंत्री का पुरस्कार दिया गया है।