जोर पकड़ने लगा कथित बिरयानी का मामला
गुडग़ांव : बिरयानी में गौमांस की पुष्टि होने के बावजूद आरोपियों को अभी तक ना पकड़े जाने के विरोध में बृहस्पतिवार को जिले भर के गौ भक्त और हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता सडक़ों पर उतर आए। ‘गौ नही कटने देंगे-देश नही बंटने देंगे’ तथा गौ माता और वंदे मातरम व भारत माता की जय के गगनभेदी उदघोष लगाते हुए सोहना चौक से लघु सचिवालय तक विरोध प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली और उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देते हुए मांग की कि मेवात के नूंह जिले में बिरयानी के भरे गए 9 सैंपलों में से 7 सैंपलों में गौमांस मिलने की पुष्टि हुई है लेकिन अभी तक आरोपियों को नही पकड़ा गया है। शासन-प्रशासन को चाहिए कि खाद्य पदार्थों में गौमांस परोसने और खाने वाले दोषियों को तुरंत पकड़ा जाए। ज्ञापन देते वक्त उपायुक्त के संज्ञान में लाया गया कि प्रदेश सरकार के गौरक्षा के लिए सख्त कानून बनाने के बाद भी गौवंश की तस्करी और गौकशी का धंधा चल रहा है। गौ तस्करी पर प्रभावी तरीके से रोक लगाई जाए। बेसहारा गौवंश को गौशालाओं में भिजवाए जाने और चारे आदि की व्यवस्था करवाई जाए। प्रत्येक खंड में एक गौ अभयारणय स्थापित किया जाए। गौचर भूमि से कब्जे छुड़वा कर उसे सिर्फ गौसेवा कार्यों में प्रयोग किया जाए। प्रदेश में गौवंश रक्षा के लिए बनाए गए पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स को गौ तस्करी, गौकशी और गौमांस पर कड़ाईपूर्वक रोक लगाने के लिए प्रभावी तरीके से काम करने के आदेश दिए जाए। ज्ञापन देने से पूर्व लघु सचिवालय में मौजूद गौ भक्तों के बीच बोलते हुए स्वामी भक्ति स्वरूपानंद गौसेवा न्यास के अध्यक्ष स्वामी विवेकानंद जी, पूरण यादव लोहचब, बजरंग दल के विभाग संयोजक मंजीत यादव, मोनू यादव, अभिषेक गौड़, श्रमिक नेता कुलदीप जांघू, विश्व हिंदू परिषद से प्रदेश संगठन मंत्री स्वामी विवेकानंद, विमल शर्मा, अशोक वर्मा, राधा-कृष्ण गौशाला से राजकुमार राजपूत, अर्जुन अवार्डी डाक्टर धर्मेन्द्र यादव, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के पूर्व प्रदेश प्रचार मंत्री उमेश अग्रवाल, गौवंश संस्कृति रक्षा मंच से प्रिंस नंदा, निरंजन कटारिया, अशोक धींगड़ा, भक्ति शक्ति पीठ ट्रस्ट से श्रवण आहूजा, मनमोहन चावला, देवदत्त शर्मा एडवोकेट, नंगली गौशाला से आए मुकेश शर्मा, आटा गौशाला से आए ठाकुरदास शर्मा, सिलानी गौशाला से आए होशियार सिंह, सरपंच ओपी तंवर, हिंदू जागरण मंच से मोहित कुमार, नीरज सिंह, क्राईम रिफोर्म से अनूप खटाना, सतबीर दायमा, गौरक्षा दल से जगदीश चौधरी, संदीप धारीवाल, देवेन्द्र हांड़ा, विजय गुर्जर, कृष्ण सैनी, व्यापार मंडल से आए उमेश गुप्ता समेत विभिन्न वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार ने गौ संरक्षण एवं गौ संवर्धन कानून बनाकर एक अच्छी पहल की है लेकिन इस कानून को प्रभावी तरीके से लागू किए जाने की जरूरत है। गौ तस्कर विभिन्न स्थानों से गौधन चोरी कर सोहना और चोर रास्तों से मेवात में अपने ठिकानों पर ले जाकर गौकशी के बाद गौमांस व गायों की खालों को दिल्ली व अन्य स्थानों पर ले जाकर बेचने से बाज नही आ रहे है। वक्ताओं ने मांग की कि इस अनैतिक धंधे में संलिप्त गौ तस्करों की पहचान कर उनके घरों पर छापेमारी की जाए और गौ तस्करी व गौमांस में प्रयुक्त होने वाले वाहनों को जब्त किया जाए। गौ तस्करी में पकड़े गए आरोपियों के लिए अलग से फास्ट अदालत बनाई जाए अथवा मुकदमा फास्ट अदालत में चलाया जाए। घायल गायों को उपचार के लिए एंबुलेंस सुविधा, सडक़ों पर बेसहारा घूम रहे गौधन को पुलिस की निगरानी और सुरक्षा में सरकारी खर्चे पर गौशालाओं तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। गौ तस्करी में प्रयुक्त होने वाले चोर रास्तों की पहचान कर वहां पुलिस नाके स्थाई रूप से लगाए जाए और गौ तस्करी के दौरान गोली चलाने वाले असामाजिक तत्वों को सीधा गोली मारने के निर्देश पुलिस प्रशासन को दिए जाए। हरियाणा पुलिस में गाय रक्षा के लिए बनाए गए स्पेशल पुलिसबल की एक टीम को सोहना में स्थाई रूप से लगाया जाए। केएमपी पर हर 2 किलोमीटर के बाद पुलिस नाके लगाए जाए। रात के वक्त लगे पुलिस नाकों पर प्रत्येक वाहन की कड़ाई से जांच-पड़ताल की जाए। गौ तस्करी और गौवध के अनैतिक कार्य में संलिप्त परिवारों और लोगों की सूची बनाकर उनकी धर पकड़ की जाए। उपायुक्त ने ज्ञापन लेते हुए भरोसा दिलाया कि ज्ञापन को जल्द मुख्यमंत्री तक पहुंचा दिया जाएगा। गौरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। ध्यान योग्य यह है कि गौ भक्तों के विरोध प्रदर्शन और रैली के दृष्टिगत प्रशासन की तरफ से कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए थे। विरोध प्रदर्शन करते हुए रैली जब लघु सचिवालय पर पहुंची तो वहां मौजूद भारी पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को भीतर घुसने से रोकना चाहा लेकिन प्रदर्शनकारी भारत माता की जय और वंदे मातरम के उदघोष लगाते हुए लघु सचिवालय में पहुंच गए और जब तक ज्ञापन लेने उपायुक्त टीएल सत्यप्रकाश खुद उनके बीच नही आए, तब तक प्रदर्शनकारी भारत माता की जय और वंदे मातरम के उदघोष लगाते रहे।