बापू के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए : जीतेंद्र भारद्वाज

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गुरुग्राम :  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 70वीं पुण्यतिथि पर सोमवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता जितेन्द्र कुमार भारद्वाज ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि व्यक्त की । उन्होने कहा कि हमें बापू के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होने अपना सारा जीवन देश को आजादी दिलाने के लिए लगा दिया। उन्होने समूचे विश्व को सत्य और अहिंसा की राह दिखाई तथा अहिंसा के रास्ते पर चलकर देश को आजादी दिलाई। उन्होंने कहा कि यदि हम सभी एकजुट होकर देश के नव-निर्माण में अपना योगदान दे तो यही बापू को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 

उन्होने कहा कि महात्मा गांधी देश के स्वतंत्रता आंदोलन के सूत्रधार थे। सत्याग्रह और अहिंसा के सिद्धान्तो पर चलकर उन्होंने भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके इन सिद्धांतों ने पूरी दुनिया में लोगों को नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि सुभाष चन्द्र बोस ने पहली बार गांधी जी को राष्ट्रपिता कहकर संबोधित किया था।

 

उन्होने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन मानव जाति के लिए मिसाल हैं और  उन्होने अपना सारा जीवन सदाचार में गुजारा। वह सदैव परम्परागत भारतीय पोशाक धोती व सूत से बनी शाल पहनते थे। सदैव शाकाहारी भोजन खाने वाले इस महापुरुष ने आत्मशुद्धि के लिये कई बार लम्बे उपवास भी रखे।

 

जितेंद्र भारद्वाज ने कहा कि गान्धी जी ने एक प्रवासी वकील के रूप में दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के लोगों के नागरिक अधिकारों के लिये संघर्ष किया। भारत आकर उन्होंने समूचे देश का भ्रमण किया । किसानों, मजदूरों और श्रमिकों को भारी भूमि कर और भेदभाव के विरुद्ध संघर्ष करने के लिये एकजुट किया। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बागडोर संभाली और अपने कार्यों से देश के राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य को प्रभावित किया। उन्होंने नमक सत्याग्रह और ‘भारत छोड़ो’ आन्दोलन से अंग्रेज सरकार की नींव हिला दी। स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान गांधी जी कई वर्षों तक जेल में भी रहे।

 

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