सोनिया गांधी बोली : मोदी सरकार में चारों ओर अन्याय का अंधकार बढ़ा है

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नई दिल्ली :  कांग्रेस पार्टी संसदीय दल की नेता व पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज जयपुर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अपने पुराने तेवर में तीखे प्रहार किये . सोनिया गांधी ने कहा कि आज देश में तानाशाही सरकार सरकार चल रही है और मोदी सरकार स्वयं को देश से ऊपर बता रही है है . उन्होंने कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है. संविधान को बदलने का षड्यंत्र रचा जा रहा है. यह देश सिर्फ चंद लोगों की जागीर नहीं हैं, ये देश हम सबका है. इसे हमारे पुरखों ने अपने खून से सींचा है. हम कांग्रेसी एक बार फिर देश में उम्मीद की चिराग जगायेंगे .

सोनिया गांधी शनिवार को जयपुर के विद्याधर नगर में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रही थीं. इसं अवसर पर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी की महासचिव प्रिय्नाका गांधी, पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित दर्जनों नेता मौजूद थे. इस मौके पर पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र भी लांच किया गया.

सोनिया गांधी आज एक बार फिर अपने पुराने अंदाज में दिखीं . उन्होंने वर्तमान नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किया . उन्होंने कहा कि   देश से ऊपर हो जाने की बात सपने में भी नहीं सोची जा सकती. क्या कोई देश से बड़ा हो सकता है ? जो ऐसा सोचता है देश की जनता, मेरी प्यारी बहनें, नौजवान, किसान, मजदूर, आदिवासी उसे सबक सिखा देते हैं.  उन्होंने मोदी सरकार पर यह कहते आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं को डराने धमकाने, भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) में शामिल कराने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं

सोनिया गांधी ने बेहद कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि  हमारा देश पिछले 10 साल से एक ऐसी सरकार के हवाले है जिसने बेरोजगारी, महंगाई, आर्थिक संकट, असमानता व अत्याचार को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इस मोदी सरकार ने जो-जो किया है वो हमारे, आपके सामने है. इसलिए यह समय हताशा से भरा हुआ है.  उन्होंने कहा कि लेकिन जान लीजिए हताशा के साथ ही उम्मीद का भी जन्म होता है. मुझे पूरा यकीन है कि कांग्रेस के हमारे साथी न्याय के दीपक को अपने सीने की आग से जलाएंगे और हजार आंधियों से संभालकर आगे बढ़ेंगे.

कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष और राजस्थान से राज्यसभा के लिए चुनी गई सोनिया गांधी ने सख्त शब्दों में कहा कि ये देश सिर्फ चंद लोगों की जागीर नहीं है, ये देश हम सबका है. इसे हमारे पुरखों ने अपने खून से सींचा है. इसकी हवाओं में हमारी मां बहनों के पसीने का नमक है. यह देश हमारे बच्चों का आंगन है. इस देश के मासूम बच्चों से उनके हिस्से का न्याय छीना नहीं जा सकता.

उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए स्वाधीनता आन्दोलन में कनाग्रेस पार्टी और उनके नेताओं की याद दिलाते हुए कहा कि कभी हमारे महान पूर्वजों ने अपने कठिन संघर्ष के बल-बूते पराधीनता के अंधेरे में देश की स्वाधीनता के सूर्य को खोजा और पाया था. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि  इतने वर्षों बाद वह महान ज्योति कुछ मद्धिम पड़ गई है. चारों ओर अन्याय का अंधकार बढ़ा है. हम सभी का संकल्प होना चाहिए कि हम इसके खिलाफ लड़ेंगे, न्याय की रोशनी खोजेंगे.

देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर मंडराते खतरे की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि कि आज हमारे देश का लोकतंत्र खतरे में है. मेहनत से खड़ी की गई लोकतांत्रिक संस्थाओं को राजनीतिक सत्ता के हथियार से बर्बाद किया जा रहा है. यही नहीं हमारे संविधान को बदलने का षड्यंत्र रचा जा रहा है. पूरे तंत्र में भय बताया जा रहा है. यह सब क्या है? उन्होंने यह कहते हुए उम्मीद जताई कि ये तो तानाशाही है और हम सब इस तानाशाही का जवाब देंगे.

सोनिया गांधी ने अपने भाषण में देश में बढती महंगाई व बेरोजगारी की भी चर्जिचा की . उन्क्रहोंने कहा कि आज रोज की कमाई से खाने पीने का सामान तक जुटा पाना मुश्किल है. मेहनतकश कामगार के परिश्रम का मोल कम होता जा रहा है.  महंगाई से जूझती महिलाओं की समस्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि रसोई की महंगाई बार-बार मेरी बहनों की अग्नि परीक्षा ले रही है. किसानों और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चे और बच्चियां बेरोजगार हैं. गरीब जितना जोर लगा ले उसके पास शक्ति, सफलता व रोशनी पहुंच नहीं पा रही है.”

उन्होंने कांग्रेस को देश की उम्मीद की किरण बताते हुए कहा कि आज देश महान जनता का, आपकी जागरूकता का रास्ता देख रहा है. इसलिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने न्याय घोषणा पत्र को पांच हिस्सों में बांटा है.

 

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