हरियाणा पुलिस व हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का नशामुक्ति हैकाथॉन का फाइनल राउंड 4 को

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  • टॉप 10 टीमों द्वारा प्रतिभागिता करते हुए इनोवेटिव आईडियाज के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया जाएगा नशामुक्ति का संदेश

चंडीगढ़, 3 फरवरी । हरियाणा पुलिस तथा हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा 4 फरवरी को हैकाथॉन का फाइनल राउंड आयोजित किया जा रहा है जिसमें देशभर की टॉप 10 टीमों द्वारा भाग लेते हुए नशामुक्ति को लेकर प्रोटोटाइप्स/सोल्युशन्स प्रस्तुत किए जाएंगे।

इस कार्यक्रम में प्रत्येक टीम को अपने प्रोटोटाइप्स /सॉल्यूशन प्रस्तुत करने के लिए लगभग 20 मिनट का समय दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता के फाइनल राउंड के परिणाम घोषित करने के लिए विशेषज्ञों का पैनल तैयार किया गया है जो निर्धारित पैरामीटरो के अनुरूप आकलन करते हुए उत्कृष्ट टीमों का चयन करेंगा। प्रथम ,द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली टीमों के इन्नोवेटिव आईडियाज को भविष्य में हरियाणा पुलिस द्वारा उपयोग में लाते हुए लोगों को नशामुक्ति के लिए जागरूक किया जाएगा।

हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि युवाओं को नशे से बचाने तथा उन्हें नशे के दुष्प्रभावों के बारे में प्रभावी तरीके से अवगत करवाने को लेकर हरियाणा पुलिस तथा हरियाणा राज्य नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों द्वारा संयुक्त रूप से डिजीटल प्लैटफार्म के माध्यम से हैकाथोन का आयोजन किया जा रहा है। 3 दिसंबर से शुरू हुए हैकाथॉन में देश भर के कॉलेजों, विश्वविद्यालयो तथा अन्य संस्थानों से 3100 प्रतिभागियों ने भाग लेते हुए नशामुक्ति को लेकर प्रोटोटाइप्स/सोल्युशन्स तैयार किए। इनमें से टॉप 10 टीमों को चयनित करते हुए उनका फाइनल राउंड के लिए चयन किया गया है।

पंचकूला के पुलिस आयुक्त सिबाश कबिराज ने बताया कि वर्तमान समय में डिजिटल मीडिया लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का सशक्त माध्यम है। लोगों तक नशामुक्ति का संदेश पहुंचाने के लिए पारंपरिक तौर-तरीकों के साथ साथ डिजीटल प्लैटफॉर्म का भी इस्तेमाल किया जाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि युवाओं के जीवन में कई तरह के उतार-चढ़ाव आते है जिससे वे कई बार अपने रास्ते से भटक कर नशे जैसे गलत रास्तो पर चल पड़ते हैं। हैकाथॉन के माध्यम से युवाओं को इन गलत रास्तों पर जाने से रोकने के लिए इनोवेटिव सोल्युशन्स तलाशने की पहल की गई है ताकि वे मानसिक रूप से मजबूत बने और विपरित परिस्थितियां आने पर अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए खुद को इन रास्तों पर जाने से रोके। ये सोल्युशन्स ई-स्पोर्ट्स, गेमिंग आदि कुछ भी हो सकते हैं।

उन्होंने बताया कि हैकाथॉन के आयोजन में ‘हैक2स्किल्स‘ नामक संस्था द्वारा विशेष रूप से सहयोग दिया गया है। उन्होंने बताया कि हैकाथॉन के माध्यम से ऐसे इनोवेटिव आइडियाज को एक मंच प्रदान करने का प्रयास किया गया है ताकि लोगों तक नशामुक्ति का संदेश पहले की अपेक्षा और अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचाया जा सके। हैकाथोन में युवाओं द्वारा ऐसे गैर तकनीकी तथा तकनीक आधारित जैसे ऑनलाइन खेल तथा मेटावर्स साफटवेयर तथा प्रोटाटाइप सोल्युशन्स आदि दिए गए हैं जिसका उपयोग करके लोगों को इस मुहिम से ज्यादा से ज्यादा संख्या में जोड़ा जा सकता है ताकि वे खुद भी नशे से दूर रहें और जो लोग इसके आदी हो चुके हैं उन्हें भी इससे दूरी बनाए रखने के लिए प्रेरित करें।

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