एचएसपीसीबी के चेयरमैन पी. राघवेन्द्र राव ने वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक्शन प्लान तैयार करने का दिया निर्देश

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– पी डब्ल्यू डी विश्राम गृह में एमसीजी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ की बैठक

 – वायु प्रदूषण में कमी लाने वाले पहलुओं पर हुई विस्तृत चर्चा 

– जीएमडीए के सीईओ व निगमायुक्त पीसी मीणा ने एमसीजी के प्रयासों की जानकारी दी 

गुरूग्राम, 1 सितम्बर। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड  (HSPCB) के चेयरमैन पी. राघवेन्द्र राव शुक्रवार को गुरूग्राम पहुंचे। स्थानीय लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह ( PWD  Rest house ) में उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की तथा गुरूग्राम में वायु प्रदूषण में कमी लाने के उपाय एवं प्रबंध करने के निर्देश दिए।

बैठक में उन्होंने कहा कि निर्माण एवं तोडफ़ोड़, वाहन उत्सर्जन, रोड़ डस्ट, ओपन वेस्ट बर्निंग, औद्योगिक उत्सर्जन तथा सिंगल यूज प्लास्टिक के कारण वायु प्रदूषण में बढ़ौतरी होती है। संबंधित विभागों के अधिकारी इस पर एक्शन प्लान तैयार कर कार्य शुरू करें, ताकि वायु प्रदूषण में कमी लाई जा सके। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्थानों पर पड़े सीएंडडी वेस्ट का उठान सुनिश्चित करें तथा इधर-उधर मलबा फैंकने वालों पर अंकुश लगाएं।

बैठक में उपस्थित आरडब्ल्यूए व औद्यागिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि भवन निर्माण के लिए बिल्डिंग प्लान व ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट के लिए सीएंडडी वेस्ट के निष्पादन को आवश्यक किया जाना चाहिए। इस पर श्री राव ने नगर निगम गुरूग्राम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आरडब्ल्यूए व औद्योगिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर एक सप्ताह में एक्शन प्लान तैयार करके उन्हें भिजवाएं।

जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निगमायुक्त पीसी मीणा ने बताया कि नगर निगम गुरूग्राम द्वारा 1000 मिट्रिक टन प्रतिदिन सीएंडडी वेस्ट निष्पादन क्षमता का प्लांट चलाया जा रहा है तथा भविष्य में एक अन्य प्लांट लगाने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डोर-टू-डोर सीएंडडी कलैक्शन, इनफोर्समैंट व प्रोसैसिंग के लिए आरएफपी फ्लोट की जा रही है। बैठक में सीएंडडी वेस्ट संबंधी कार्य में लगे अधिकारियों की जवाबदेही भी तय करने के निर्देश चेयरमैन द्वारा दिए गए।

चेयरमैन ने निर्माण साईटों पर नियमों के तहत एंटी स्मोग गन सुनिश्चित करवाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए तथा विशेष रूप से सीएंडडी वेस्ट व निर्माण सामग्री के ओपन ट्रांसपोर्टेशन पर भी अकुंश लगाने को कहा। रोड़ डस्ट से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए उन्होंने पानी का छिडक़ाव करवाने तथा मैकेनिकल स्वीपिंग करवाने के निर्देश दिए। यहां लोगों द्वारा सुझाव दिया गया कि अगर संभव हो तो सफाई का कार्य भी रात्रि में ही करवाना उचित होगा।

हरियाली को बढ़ावा देने के बारे में अधिकारियों ने बताया कि जीएमडीए द्वारा 10 लाख 50 हजार पौधे तथा नगर निगम द्वारा 5 लाख 25 हजार पौधे लगाए जा रहे हैं। यहां चेयरमैन ने कहा कि पौधों की देखभाल के लिए स्थानीय नागरिकों को जिम्मेदारी दी जाए, ताकि पौधे जीवित रह सकें। पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को बढ़ावा देने के बारे में जीएमसीबीएल के सीईओ मुनीष शर्मा ने बताया कि सिटी बसों के बेड़े में जल्द ही 50 छोटी इलैक्ट्रिक बसें शामिल होंगी। इसके अलावा, आरटीए के अधिकारियों ने बताया कि ई-ऑटो व सीएनजी चलित ऑटो को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा 1 जनवरी से डीजल ऑटो के पंजीकरण को बन्द कर दिया गया है। चेयरमैन ने पीयूसी सैंटरों का समय-समय पर थर्ड पार्टी इंस्पैक्शन करवाने के निर्देश संंबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए।

चेयरमैन ने जीएमडीए तथा नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि वे वॉकिंग व साइकलिंग को बढ़ावा देने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करें तथा एक माह में फुटपाथों व सडक़ों की मरम्मत करवाएं। बैइक में उन्होंने कचरा जलाने संबंधी गतिविधियों पर भी लगाम लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ई-वेस्ट के बारे में भी एक्शन प्लान तैयार करने को कहा। उन्होंने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए लोगों को जागरूक करने के निर्देश भी बैठक में दिए।

बैठक में जीएमडीए के सीईओ एवं निगमायुक्त पीसी मीणा, नगर निगम मानेसर के आयुक्त अशोक गर्ग, जीएमसीबीएल के सीईओ मुनीष शर्मा, जीएमडीए के एडीशनल सीईओ सुभाष यादव सहित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बिजली विभाग, नगर निगम सहित अन्य विभागों अधिकारीगण व आरडब्ल्यूए और औद्योगिक एसोसिएशनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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