मेवात : पांच लाख महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी 12 महिला पुलिस कर्मियों पर

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 मेवात जिला में आठ थाने और इतनी ही पुलिस चौकी हैं

 
यूनुस अलवी
 
मेवात: मेवात जिला कि करीब आबादी बारह लाख आबादी में से करीब 5 लाख महिलों के सुरक्षा कि जिम्मेवारी केवल 12 ही पुलिस कर्मियों के कंधों पर है। भले ही सरकार ने हर जिले में एक थाना और हर उपमंडल स्तर पर पुलिस महिला हेल्प डेस्क खोल दिये है लेकिन महिला पुलिस कर्मि और महिला अधिकारियों कि कमी के चलते पीडित महिलाओं को समय पर न्याय मिलना मुश्किल हो रहा है। 
 
 
  प्राप्त जानकारी के अनुसार मेवात जिला के नूंह महिला थाने में नूंह, नगीना और रोजका मेवा पुलिस थानों को जोड रखा हैं। महिलाओं से संबंधित मामले इनके नूंह में ही दर्ज किये जाते हैं। इसके अलावा पुन्हाना, फिरोपुर झिरका और तावडू में महिला हेल्प डेस्क खोल रखी हैं। नूंह थाने में मुनशी कि जिम्मेदारी एक सिपाही को सौंप रखी है जबकी मुनशी एक हवालदार रेंक का होना चाहिये। वहीं नूंह थाने में एक महिला इंस्पेक्टर, दो महिला सब इंस्पेंक्टर, एक एएसआई, चार सिपाही कार्यत है। इसके अलावा तावडू, बिछौर और फिरोजपुर झिरका में एक-एक महिला एएसआई और पुन्हाना थाने में एक महिला हवालदार कार्यत हैं। गत वर्ष अकेले नूंह महिला थाने में 136 रेप, छेड-छाड के मामले दर्ज किये गये थे। इसके अलावा अन्य थानों में दहेज हत्या, दहेज उत्पीडन आदी के भी सैंकडों मामले दर्ज किये गये थे। मेवात जिला में आठ थाने और इतनी ही पुलिस चौकी हैं।
 
  महिला थाना नूंह के अधिकारियों ने बताया कि कम पुलिस कर्मी और एनजीओ कम होने कि वजह से उनको जांच आदी में काफी दिक्कत आती है। वहीं कई पुलिस एनजीओ को हाईकोर्ट जाना पडता है। फिलहाल हाईकोर्ट में मेवात से महिलाओं से संबंधित करीब 50 से अधिक मामले लगे हुऐ हैं। जहां कैसों के बारे में हाईकोर्ट को जवाब देना पडता है। कई बार पुलिस कर्मियों के छुट्टी चले जाने से भी काफी परेशानी होती है।
 
  समाजसेवी उमर मोहम्मद पाडला और कांग्रेस युवा जिला प्रधान मुबारिक खान का कहना है कि सरकार ने उपमंडल स्तर पर तो पुलिस हेल्प डेस्क खोल दिये लेकिन कर्मचारी हैँ कि नहीं। उनका कहना है कि जब रेवाडी रेंज कि आईजी ममता सिंह ने मेवात में ये हेल्प डेस्क खोले थे तब कहा था कि हर एक हेल्प डेस्क पर करीब पांच पुलिस कर्मी मौजूद रहेगें लेकिन एक केवल एक ही तैनात है। जिसकी वजह से थानों में आने वाली महिलाओं को समय पर न्याय नहीं पाता है।
 

 

क्या कहते हैं एसपी मेवात ?

 
मेवात पुलिस कप्तान कुलदीप सिंह ने बताया कि जितनी भी महिला पुलिस कर्मी और एनजीओं से उनसे अच्छे से काम चलाया जा रहा है। सभी पुलिस हेल्प डेस्क और थानों में ज्यादा पुलिस कर्मी बढें इसके लिये विभाग से और महिला पुलिस कर्मियों कि मांग की जा रही है।  

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