110 करोड़ रुपए की बिजली चोरी पकड़ी और 60 करोड़ रुपए वसूले : पी सी मीणा

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रिकवरी के लिए 22252 एफआईआर करवाई दर्ज

गुरुग्राम, 09 दिसंबर । दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा बिजली चोरी पकड़ने का अभियान जारी है। इस अभियान से बिजली निगम को टेक्निकल एवं डिस्ट्रीब्यूशन लॉस (टी एंड डी) कम करने में सहायता मिली है।


निगम के प्रबंध निदेशक पी सी मीणा ने बताया कि चालू वित वर्ष 2022-23 में गत माह तक 110.49 करोड़ रुपए की बिजली चोरी पकड़ी जा चुकी है। बिजली चोरी कर रहे उपभोक्ताओं से जुर्माने के 60.20 करोड़ रुपए वसूले जा चुके है। वर्तमान वित्त वर्ष में लगाये गए जुर्माने में से 55 प्रतिशत राशि वसूली जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि इस अभियान में बिजली निगम की संयुक्त जांच टीम द्वारा 97669 उपभोक्ताओं के मीटरों को चेक किया गया है जिसमें से 29130 बिजली उपभोक्ता चोरी करते हुए पकड़े गए।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि बिजली चोरी का बकाया जुर्माना जिन्होंने अभी तक जमा नहीं किया है। उन उपभोक्ताओं पर रिकवरी के लिए 22252 एफआईआर दर्ज करवाकर पुलिस एवं कानूनी कार्रवाई की जा रही है।


दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने वितरण प्रणाली में तकनीकी सुधार कर और चोरी का पता लगाकर तकनीकी और वितरण हानियों को काफी कम किया है। निगम टी एंड डी घाटे को रोकने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपना रहा है। मौजूदा वितरण नेटवर्क का तकनीकी संवर्धन, तकनीकी नुकसान को कम करने के लिए एचटी से एलटी अनुपात बढ़ाना और एचटी लाइनों को बढ़ाकर चोरी को रोकना है। ज्यादा हानि वाले फीडरों पर गहन और लक्षित चोरी का पता लगाने का अभियान जारी है।


प्रबंध निदेशक पीसी मीणा ने कहा कि बिजली चोरी करना कानूनन अपराध है। बिजली चोरी पर जुर्माना और सजा का प्रावधान है। इसे खत्म करने में सभी का सहयोग अपेक्षित है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा बिजली चोरी को रोकने के लिए एक XYZ पोर्टल भी बनाया गया है।


कोई भी व्यक्ति यदि किसी को बिजली चोरी करते हुए देखता है तो वह बिजली निगम के टोल फ्री नंबर 18001801011 पर या व्हाट्स ऐप नंबर 7027008325 अथवा ईमेल से [email protected] या [email protected] पर दे सकता है और बिजली चोरी रोकने में अपना योगदान दे सकता है। प्रातः 9:00 बजे से रात के 9:00 बजे तक किसी भी कार्य दिवस पर चोरी की सूचना दी जा सकती है। निगम द्वारा चोरी बताने वाले को पुरस्कार देने का भी प्रावधान है। बिजली निगम द्वारा चोरी बताने वाले का नाम आदि गुप्त रखा जाता है। बिजली निगम की संयुक्त टीम द्वारा समय-समय पर बिजली चोरी रोकने का अभियान चलता रहता है। बिजली निगम अपने उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति करने और लाइन लॉसेस को कम करने में निरंतर प्रयासरत है।

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