चंडीगढ़ : दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, सोनीपत के शोधकर्ता रहे डॉ० विजय तोमर का चयन जर्मनी की विख्यात एलेक्जेंडर वॉन हमबोल्ट छात्रवृत्ति के लिए हुआ है। इसके तहत वे दो वर्ष तक जर्मनी में अनुसंधान करेंगे।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० टंकेश्वर कुमार ने डॉ० तोमर को बधाई देते हुए कहा कि उनकी इस उपलब्धि से दूसरे शोधार्थियों को भी प्रेरणा और प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। अगर वे स्वयं पर विश्वास करके कड़ी मेहनत करें तो उनको सफलता अवश्य मिलेगी।
डॉ० तोमर डीसीआरयूएसटी, मुरथल के नैनो टेक्रोलॉजी एण्ड मैटेरियल सांइस विभाग के शोधार्थी रहे हैं। उन्होंने गत दिनों ही अपना शोधकार्य पूर्ण किया है। इसके अतिरिक्त उन्हें इंडो यूएस सांइस एवं टेक्रोलॉजी फोरम द्वारा अमेरिका में उच्च स्तरीय शोधकार्य हेतु फुलब्राइट छात्रवृत्ति भी मिली है। इसके तहत वे संयुक्त राज्य अमरीका के विश्वविद्यालय बर्कले, कैलिफोर्निया में दो वर्ष तक अनुसंधान कार्य करेंगे।
डॉ० तोमर का मैक्स प्लैंक सोसायटी जर्मनी द्वारा मैक्स प्लैंक इंडिया मोबिलिटी के लिए भी चयन हुआ है। इसके तहत वे चार वर्ष तक मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट हैम्बर्ग में प्रति वर्ष तीन माह के हिसाब से चार वर्षों तक शोध कार्य करेंगे। इसके अतिरिक्त यूजीसी द्वारा डॉ० डी.एस.कोठारी पीडीएफ फैलोशिप के लिए भी उनका चयन हुआ है। डॉ० तोमर को भारत सरकार के डी.एस.टी. द्वारा इंस्पायर फैकल्टी प्रोग्राम के लिए भी शार्ट लिस्ट किया गया है। पीएच.डी. के दौरान ही उनके 40 से ज्यादा शोधपत्र विभिन्न अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
डॉ० तोमर ने अपने शोध के समय इंडोर क्लाइमेट मोनिटरिंग के लिए सैंसिंग मैटेरियल्स का डिजाइन किया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने इंडस्ट्रियल डाइज द्वारा पोल्यूटिड वाटर को शुद्ध करने हेतु एडवांस नैनोमेटिरीयल का डिजाइन किया है।