-हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन द्वारा पुलिस आवासीय परिसर आरटीसी भौंडसी में 18 एकड़ भूमि पर ₹106 करोड़ की लागत से तैयार किए गए हैं 576 आवास
-मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में लिफ्ट सहित मिलेंगी अन्य आधुनिक सुविधाएं
गुरुग्राम, 26 अक्टूबर। गुरुग्राम पुलिस के जवानों की गुरुग्राम में सरकारी आवास के लिए इंतजार की घड़ियां अब खत्म होने जा रही हैं। पुलिस लाइन में सरकारी आवासों में कमी के कारण परिवार के साथ किराए के मकानों में रहने और शहर से बाहर अप डाउन करने वाले पुलिस कर्मचारियों की सुविधा के लिए अब आरटीसी भौंडसी में 576 नए फैमिली क्वार्टर बनकर तैयार हैं। करीब 3 साल की अवधि में बनकर तैयार हुए इन पुलिस क़वार्टर का
केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह वीरवार को केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की गरिमामयी उपस्थिति व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में फरीदाबाद में आयोजित रैली में लोकार्पण करेंगे।
पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि किसी भी व्यक्ति के जीवन मे उसकी कार्यशैली के पीछे पारिवारिक परिस्थितियों का काफी प्रभाव होता है। ऐसे में गुरुग्राम के भौंडसी स्थित रेक्रूट ट्रेनिंग सेंटर(आरटीसी) में पुलिस आवास परिसर की करीब 18 एकड़ भूमि पर बनकर तैयार यें 576 पुलिस क़वार्टर निश्चित रूप से गुरुग्राम पुलिस के जवानों की कार्यशैली में निश्चित रूप से एक बड़ा बदलाव लेकर आएंगे। उन्होंने उपरोक्त पूरे प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रोजेक्ट की आधारशिला प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 8 सितंबर 2019 को रोहतक में आयोजित रैली के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रखी गई थी। उपरोक्त प्रोजेक्ट की निर्माण प्रक्रिया 16 सितंबर 2019 को शुरू की गई थी जोकि मौजूदा वर्ष के इसी माह की 15 तारीख को पूर्ण हुई है।
-आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे नए फ्लैट
प्रवक्ता ने बताया कि बस अड्डे के पास पुलिस लाइन व मानेसर स्थित पुलिस लाइन के बाद गुरुग्राम में यह तीसरा पुलिस आवासीय परिसर है। करीब 18 एकड़ भूमि पर निर्मित इस नए पुलिस आवास परिसर में 12 टावर का निर्माण किया गया है जिसमें प्रत्येक टावर में 2 लिफ्ट के साथ स्टिल्ट पार्किंग सहित 8 फ्लोर हैं व प्रत्येक फ्लोर पर 6 फ्लैट्स (922 स्क्वायर प्रति यूनिट)हैं। उन्होंने बताया कि सभी टावर्स की छतों पर गर्मी प्रतिरोधी टाइलें लगाई गई हैं। वहीं रैलिंग में जंग से बचाव के लिए स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया गया है। आग लगने की स्थिति में बचाव के लिए फायर अलार्म सहित अन्य आधुनिक उपकरणों लगाए गए हैं। परिसर में एसटीपी के माध्यम से ट्रीटेड वाटर को पुनः इस्तेमाल में लाया जाएगा। इसके साथ साथ जल संरक्षण की महत्ता को ध्यान में रखते हुए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सहित पार्क व बागवानी पर भी विशेष कार्य किया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि सभी आवास में बिजली की निर्बाध सप्लाई के लिए परिसर में 11 किलोवाट का एक सब स्टेशन भी बनाया गया है। आपात स्थिति के लिए 125 किलोवाट के तीन व 62.5 किलोवाट का एक डीजी सेट भी लगाया गया है।