गुरुग्राम सहित एक दर्जन क्षेत्रों से श्रमिक उम्मीदवार उतारने का लिया सर्वसम्मत फैसला
गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र से मारुति सुजुकी यूनियन के प्रधान कुलदीप जांघू होंगे अधिकृत उम्मीदवार
कुलदीप जांघू ने श्रमिक नेताओं एवं श्रमिकों का जताया आभार
गुरुग्राम। हरियाणा विधानसभा के आसन्न चुनाव के मद्देनजर शुक्रवार को ट्रेड यूनियन कॉउंसिल गुरुग्राम-रेवाड़ी की सैंकड़ों यूनियन प्रतिनिधियों की एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में संभावना के अनुरूप के सत्ता के खिलाफ चुनावी बिगुल फूंकने का निर्णय लेते हुए एक दर्जन से अधिक क्षेत्रों में श्रमिक उम्मीदवार खड़े करने का सर्वसम्मत ऐलान किया गया। कमला नेहरू पार्क में हुई इस बैठक की खास बात यह रही कि आज ही गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र से ट्रेड यूनियन ने अपने उम्मीदवार के नाम का भी ऐलान कर दिया और मारुति सुजुकी यूनियन के प्राधान कुलदीप जांघू को चुनाव की तैयारी करने की हरी झंडी दे दी गयी।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व भी श्रमिक यूनियन के प्रतिनिधियों की बैठक हुई थी और ऊक्त बैठक में यह सैद्धांतिक सहमति बनी थी कि ट्रेड यूनियन को विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने चाहिए। इस बात के संकेत स्पष्ट थे कि इस निर्णय का पहला असर गुरुग्राम में देखने को मिलेगा। गुरुग्राम एक प्रमुख औद्योगिक शहर के रूप में स्थापित है और यहां श्रमिकों की संख्या सर्वाधिक है इसलिए राजनीतिक रूप से यहां चुनाव में श्रमिक मतदाता ही अहम भूमिका अदा करते हैं। समझ जाता है कि इन्हीं पहलुओं को ध्यान में रखते हुए श्रमिक यूनियन ने इस बार चुनावी मैदान में औपचारिक रूप से उतरने का निर्णय लिया है।
सम्भावना के अनुरूप आज एचएमएस से जसपाल राणा, सीटू से सतबीर सिंह, हीरो मोटो के प्रधान बलवंत सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में ट्रेड यूनियन कॉउंसिल ने हरियाणा में आगामी विधानसभा में अलग-अलग क्षेत्रों से विधानसभा उम्मीदवार उतारने का निर्णय लिया गया। इनमें गुरुग्राम, बावल, एनआईटी फरीदाबाद, राई, पानीपत ग्रामीण, आदमपुर सहित दर्जनों क्षेत्रों की पहचान की गईं है जहाँ से श्रमिक उम्मीदवार उतारें जाएंगे।
बैठक के बाद एटक के जिला प्रधान सुरेश गौड़ व महासचिव अनिल पंवार ने बताया कि गुरुग्राम विधानसभा से मारुति सुजुकी मजदूर संघ के अध्यक्ष कुलदीप जांघू को सर्वसम्मति से उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया है। उन्हें बैठक में स्पष्ट तौर पर चुनावी तैयारी करने की हरी झंडी दे दी गयी है। उनके अनुसार बाकी विधानसभा क्षेत्रो में जल्द ही बैठकें कर श्रमिकों व ट्रेड यूनियन नेताओं से विचार विमर्श कर सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा।
बैठक में पहुंचे अधिकतर श्रमिक नेताओं ने कहा कि आज बीजेपी सरकार पूरी तरह से कर्मचारियों का शोषण करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। अब श्रम कानूनों में भी बदलाव कर रही है, जो कि कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जाहिर है श्रमिक नेताओं ने अब प्रदेश में नीतिगत निर्णयों में सीधा हस्तक्षेप करने के लिए विधानसभा में सदस्यता हासिल करने की जुगत शुरु कर दी है। खास के गुरुग्राम जैसे औद्योगिक शहर में चुनावी फिजां में अभी से ही राजनीतिक गहमागहमी तेज होने का आसार हैं क्योंकि श्रमिको में मजबूत पैठ रखने वाले कुलदीप जांघू की बेहद जुझारू छवि है और ये श्रमिकों के हितों के लिए ये लगातार संघर्षशील भी रहे हैं। माना जा रहा है कि लुलदीप जांघू के मैदान में आने के बाद खास कर भाजपा को बड़ा नुकसान हो सकता है और चुनाव बेहद रोचक हो सकता है।
गुरुग्राम से उम्मीदवार बनाये जाने पर कुलदीप जांघू ने ट्रेड यूनियन एवं सभी श्रमिक नेताओं का आभार जताया । उन्होंने कहा है कि उन पर जो विश्वास किया गया है उस पर वे खड़ा उतारने की पूरी कोशिश करेंगे। गुरुग्राम के श्रमिकों व स्थानीय समस्याओं के निराकरण के लिए वे सदैव संघर्षरत रहेंगे।
बैठक में मारुति सुजुकी मजदूर संघ से अजमेर सिंह, दौलतराम, सुभाष, सन्दीप यादव, धीरेंद्र तिवारी, अमित पाढा, नरेश मोर, रीको धारूहेड़ा से राजकुमार, सत्यम से इंद्रजीत, जेबीएमल से महावीर शर्मा, कपारो से नरेश, हरिप्रकाश, मुंजाल शोवा से सुभाष मलिक, अजित हुड्डा, बजाज मोटर्स से जागड़ा, डिगानिया से परवीन, मित्सुबिसि से सुधीर, हाईलेक्स से विनोद, फ्रिगो ग्लास से राकेश राठी, ऑटोमैक्स से डी एन तिवारी, एफसीसी क्लच से सुरेंद्र बोकन, कामगार सेना से मनमोहन श्रीवास्तव, सुनील चौहान, शिव सिंघल आदि सैंकड़ों प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।