राजनैतिक पैंतरेबाजी का दौर थमा  हार-जीत के समीकरणों की चर्चा जारी

Font Size
गुरुग्राम। चुनावी गहमागहमी और मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की राजनैतिक पैंतरेबाजी रविवार को हुए मतदान के साथ ही थम गई। मतदान के दिन भर टकटकी लगाकर देखे गए रुझान और देर सांय मतदान प्रतिशत के मिले आंकड़ों से हार-जीत समीकरण बनाने का दौर शुरु हो चुका है।
गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के अलावा अन्य कोई पार्टी उम्मीदवार इन समीकरणों में कहीं मौजूद नहीं दिखाई दे रहा है। मतदान और 23 मई को आने वाले चुनाव परिणामों के आकलन-समीकरण में मोदी फैक्टर भारी है। बिना मोदी फैक्टर के न तो भाजपा उम्मीदवार जीत रहे हैं और न ही कांग्रेस उम्मीदवार हार रहे हैं।
भाजपा उम्मीदवार की संभावित जीत के मजबूत फैक्टर राव इंद्रजीत सिंह की अपनी साफ/ छवि, भाजपा का बड़ा समर्पित कार्यकर्ता वर्ग और योजनाबद्ध तरीके से चले चुनाव-प्रचार व मतदाता जनसंपर्क अभियान, पन्ना प्रमुखों, शक्ति केंद्र प्रमुखों, निगम पार्षदों की भूमिका और विधायक उमेश अग्रवाल के संयोजन में 5 मई को गुरुग्राम के ओल्ड रेलवे रोड से सदर बाजार होते हुए अग्रसेन चैक तक निकाले गये भव्य एवं ऐतिहासिक रोड शो को मुख्य रूप से गिना जा रहा है। राजनीति के जानकारों का मानना है कि भाजपा उम्मीदवार राव इंद्रजीत सिंह की छवि को ऊंचा करने में देश भर से आ रही ‘‘आएगा तो मोदी ही’’ की आवाज के साथ 2014 के विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक रिकार्ड वोटों जीतने वाले गुरुग्राम विधायक उमेश अग्रवाल द्वारा मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए विभिन्न स्तर पर किये गए प्रयास व कार्यक्रमों का अहम रोल रहा। इनमें सबसे प्रभाव 5 मई का रोड शो माना जा रहा है। रोड शो में उमड़े जन सैलाब से पूरे विधानसभा क्षेत्र में वे यह संदेश देने में सफल रहे कि भाजपा के मुकाबले कोई नहीं।
भाजपा संगठन की रणनीति के अनुसार विधायक उमेश अग्रवाल सभी नये-पुराने कार्यकर्ताओं के साथ-साथ करीब दो दर्जन मौजूदा एवं पूर्व निगम पार्षदों को जोड़ने और उन्हें अहम जिम्मेदारियां सौंप कर चुनाव प्रचार को गतिमान एवं जनता में प्रभाव छोड़ने वाला बना दिया। उन्होंने इसी रणनीति के तहत रेल मंत्री पीयूष गोयल का बुद्धिजीवी वर्ग सम्मलन करा कर व्यापारी वर्ग के साथ-साथ पाॅश कालोनियों व सेक्टरों के लोगों को भी जोड़ लिया।
इस पूरी चुनावी एक्सरसाइज में उमेश अग्रवाल ने एक सधे तरीके से करीब तीन महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की रिहर्सल भी कर ली। उन्होंने लोकसभा चुनाव के प्रचार व जनसंपर्क के दौरान जनता व नेताओं को अपना राजनैतिक कद भी दिखा दिया।
विधायक उमेश अग्रवाल इस बात को स्वीकार भी करते हैं। उनका कहना है कि गुरुग्राम के जनप्रतिनिधि होने के नाते वे यूं भी जनता के बीच रहते ही हैं, लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें सफल जन संपर्क करने और पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का मौका भी मिला। उन्होंने कहा ‘‘निश्चय ही उनकी रिहर्सल भी हो गई और यह भी तय हो गया कि लोकसभा चुनाव परिणा में भाजपा उम्मीदवार राव इंद्रजीत सिंह की सबसे बड़ी जीत गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र से होगी और मैं इसका श्रेय पार्टी कार्यकर्ताओं और गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को दूंगा।’’

You cannot copy content of this page