बेटा चिरंजीव राव, बहन जस्टिस निर्मल यादव व परिवार के कई सदस्य थे मौजूद
नामांकन पत्र में कई एन ओ सी नहीं : मांगने पर असहज हुए कप्तान अजय
नो ड्यूज का हलफनामा फॉर्म 26 दोबारा जमा कराना होगा
सुभाष चौधरी /संपादक
गुरुग्राम : गुरुग्राम संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी कप्तान अजय सिंह यादव ने गुरुवार को अपना नामांकन विना किसी तामझाम के दाखिल कर दिया. इस अवसर पर उनके साथ उनके बेटे चिरंजीव राव, उनकी बहन जस्टिस निर्मल यादव और उनके परिवार के कई सदस्य मौजूद थे. नामांकन दाखिल कराने में उनके साथ कांग्रेस पार्टी का न तो कोई बड़ा नेता या पदाधिकारी मौजूद था और न ही कोई स्थानीय कांग्रेसी थे . कप्तान अजय की ओर से आज दायर नामांकन पत्र में कई विभागों के एन ओ सी प्रस्तुत नहीं किए जा सके इसलिए जिला निर्वाचन अधिकारी की टीम की ओर से जब सम्बंधित कागजात मांगे गए तो कांग्रेस प्रत्याशी थोड़े असहज हो गए. श्री यादव ने इसके लिए थोड़ा समय माँगा और निर्वाचन अधिकारी की ओर से आवश्यक औपचारिकतायें पूरी करने के लिए 23 अप्रेल तक का समय दिया गया.
चेक लिस्ट से करते हैं मिलान
किसी भी स्तर का चुनाव हो, अमूमन यह देखा जाता है कि प्रत्याशी औपचारिक रूप से नामांकन दाखिल करने से पूर्व अपने आवेदन और उसके साथ लगाये जाने वाले कागजातों को किसी अनुभवी कानूनी सलाहकार से जांच करा लेते हैं. साथ ही उसके लिए निर्वाचन योग की ओर से जारी चेक लिस्ट से भी मिलान कर लेते हैं. कांग्रेस प्रत्याशी कप्तान अजय यादव द्वारा नामांकन दाखिल करने के दौरान यह स्पष्ट प्रतीत हुआ कि उनकी टीम ने इस मामले में कोताही बरती जिससे उनके लिए लघु सचिवालय के डीसी कोर्ट रूम में आज कुछ देर के लिए असहज स्थिति उत्पन्न हो गयी.
नो ड्यूज के मामले में कमियाँ थीं
नामांकन दाखिल करने के लिए निर्धारित कार्यालय में कप्तान अजय सिंह यादव ने आज लगभग 11.15 बजे अपने बेटे व कांग्रेस नेता चिरंजीव राव, बहन जस्टिस निर्मल यादव और आधा दर्जन अन्य पारिवारिक सदस्यों के साथ प्रवेश किया. उनके सहयोगियों ने उनके नामांकन पत्र की जांच करवाई. जांच करने वाले अधिकारी ने उन्हें बताया कि इसमें नो ड्यूज के मामले में कमियाँ हैं. अधिकारी ने बताया कि इसमें चंडीगढ़ में मिले सरकारी आवास का नो ड्यूज, बिजली विभाग का नो ड्यूज, वाटर सप्लाई से सम्बंधित नो ड्यूज और टेलिफ़ोन विभाग के नो ड्यूज संलग्न नहीं हैं. नामांकन पत्र के साथ इन्हें संलग्न करना आवश्यक है. कप्तान अजय यादव ने रिटर्निंग अधिकारी को यह कह कर समझाने की कोशिश कि उन्होंने तो 2014 में विधायक का चुनाव हरने के बाद से कोई सरकारी आवास नहीं लिया है. उन्होंने कहा कि हमने पिछले चुनाव में जो नो ड्यूज प्रमाण पत्र लिया था उसकी प्रति जमा करा दूंगा जिसे अधिकारी ने स्वीकार करने से मना कर दिया.
नो ड्यूज का हलफनामा फॉर्म 26 दोबारा जमा कराना होगा
अधिकारी ने साफ कर दिया कि चाहे आपने आवास लिया हो या नहीं आपको सरकारी आवास आवंटित करने वाली विधानसभा की उस ब्रांच से अभी तक की तिथि यानी अद्यतन नो ड्यूज प्रमाण पत्र लेना ही होगा और उसे जमा कराना अनिवार्य है. इसके अलावा उक्त पुराने आवास के पानी , बिजली और टेलीफोन के नो ड्यूज प्रमाण पत्र भी अनिवार्य रूप से जमा कराने होंगे. जिला रिटर्निंग अधिकारी ने कांग्रेस प्रत्याशी को नामांकन के अंतिम दिन यानी 23 अप्रेल तक सभी प्रमाण पत्र जमा कराने को कहा है. जाहिर है उन्हें अब एक बार फिर नामांकन के साथ दायर किये जाने वाले नो ड्यूज के हलफनामे फॉर्म 26 को भी दोबारा जमा कराना होगा. उल्लेखनीय है कि यह फॉर्म ही किसी भी उम्मीदवार के बारे में पूरी जानकारी की घोषणा करने वाला होता है. इसमें प्रत्याशी को अपनी व परिवार के सदस्यों की प्रॉपर्टी से लेकर अब तक की आर्थिक/आपराधिक/शैक्षणिक व अन्य व्यक्तिगत जानकारियों का खुलासा करना होता है.
चेहरे पर चिंता की लकीरें
जाहिर है इस स्थिति ने सात बार लगातार विधानसभा के सदस्य रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता कप्तान अजय को अपने लम्बे राजनीतिक जीवन का पहला लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान ही चिंतित कर दिया. इस दौरान उनके चेहरे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट देखी गयीं. लेकिन उनके लिए राहत की बात यह है कि वे नामांकन प्रपत्र की खामियों को अब भी दूर कर सकते हैं. चिंता केवल अगले पांच दिनों में सभी नो ड्यूज चंडीगढ़ से हासिल करने की है अन्यथा नामांकन रद्द होने की तलवार लटकी रहती है.
निर्वाचन अधिकारी ने दिलाई शपथ
अंततः कप्तान अजय सिंह यादव ने लगभग 11.20 बजे कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जिला निर्वाचन अधिकारी अमित खत्री को अपना नामांकन पत्र सौंपा. इस अवसर पर श्री खत्री ने काग्रेस प्रत्याशी को भारतीय संविधान के अनुसार चुनाव के दौरान सभी नियमों का पालन करने की शपथ भी दिलाई. कप्तान अजय ने अंग्रेजी भाषा में शपथ ली.
कांग्रेस पार्टी के न तो प्रदेश स्तर के नेता थे और न ही जिला स्तर के
इस अवसर पर उनके साथ उनके बेटे चिरंजीव यादव को छोड़ कर कोई भी कांग्रेसी कार्यकर्ता नहीं दिखे. उन्होंने बेहद सादे अंदाज में आकर नामांकन दाखिल किया. डीसी कार्यालय के बाहर बैठे लोगों को भी इस बात का अहसास नहीं हुआ की देश की प्रमुख राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के गुरुग्राम लोक सभा क्षेत्र के प्रत्याशी कप्तान अजय सिंह यादव ने नामांकन दाखिला किया. हालांकि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार प्रत्याशी के साथ केवल चार व्यक्ति ही कार्यालय में प्रवेश पा सकते हैं इसलिए भी यह सावधानी बरती गयी लेकिन आश्चर्यजनक बात यह रही कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर उनके साथ कांग्रेस पार्टी के न तो प्रदेश स्तर के नेता थे और न ही जिला स्तर के. संकेत यह है कि उनके प्रस्तावकों में उनके पारिवारिक लोग ही शामिल रहे.
पत्रकार भी रहे बेखबर
लघु सचिवालय में मौजूद लोगों में यह चर्चा होती रही कि अभी नामांकन पत्र की जांच करवाने आये हैं. क्योंकि किसी भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के प्रत्याशी गुरुग्राम जैसे हॉट सीट पर नामांकन करने चुपके से पहुंचेंगे. गुरुग्राम की मिडिया को भी इस बात की खबर नहीं लगी कि कांग्रेस प्रत्याशी चुपके से ही नामांकन जमा करा जायेंगे. कप्तान अजय ने कमान सराय स्थित कांग्रेस कार्यालय के पास नामांकन जनसभा का आयोजन किया जिसमें शामिल होने नामांकन दाखिल करने के बाद पहुंचे. गुरुग्राम के मिडिया के प्रतिनिधि भी कमान सराय में ही उनका इन्तजार करते रहे. उन्हें यह अंदाजा था कि जनसभा के बाद रोड शो की शक्ल में वे नामांकन दाखिल करने लघु सचिवालय जायेंगे.