जानिए , कैसे अमेजन कंपनी को ड्राइवर ने दो साथियों के साथ मिल कर लगाया लाखों का चूना, पुलिस ने किया काबू

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गुरुग्राम। ऑनलाइन ट्रेडिंग करने वाली प्रसिद्ध कंपनी अमेजन की गाङी के ड्राईवर द्वार अपने अन्य साथियों के साथ गाङी से सामान चुराने वाले 03 आरोपियों को अपराध शाखा पालम विहार, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया किया। पुलिस ने उक्त आरोपियों के कब्जा से चोरी किए गए मोबाईल फोन व शील लगाने की मशीन भी बरामद की है।

डीसीपी क्राइम ,गुरुग्राम पुलिस के अनुसार गत 11 मार्च को थाना खेङकी दौला, गुरुग्राम में अमेजन कम्पनी की गाङी से सामान चोरी होने के सम्बन्ध में अभियोग अंकित किया गया था । उक्त अभियोग में तत्परता से कार्रवाई करते हुए अपराध शाखा पालम विहार, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने अपने गुप्त सुत्रों की सहायता व पुलिस तकनीकी का प्रयोग करते हुए उक्त अभियोग में कम्पनी का सामान चोरी करने वाले 03 आरोपियों को 14 मार्च को काबू करने में सफलता हासिल की । गिरफ्तार आरोपियों की संजय कुमार पुत्र फुलेन यादव निवासी कोठिया दरगाह, थाना रुसराह, जिला समस्तीपुर, बिहार, उम्र 30 वर्ष , रिजवान पुत्र अलीअहमद निवासी गाँव खजरी, थाना कल्याणपुरा, जिला समस्तीपुर, बिहार, उम्र 32 वर्ष और प्रदीप पुत्र धर्मसिंह निवासी मकान नं. 211 गली नं. 1 जीतपुर, मुरादाबाद, जिला गाजियाबाद, उत्तर-प्रदेश, उम्र 39 वर्ष के रूप में पहचान हुई है।

उनके अनुसार उक्त आरोपियों को उपरोक्त अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उक्त आरोपी संजय पिछले करीब 15-20 दिन से अमेजन कम्पनी में ड्राईवर की नौकरी कर रहा था। 11 मार्च को वह अमेजन कम्पनी का सामान दिल्ली से लेकर चला था । उसने अपने उक्त दोनों साथियों को फोन करके बुला लिया । तीनों ने मिलकर एक औजार से सील को इस प्रकार खोला कि उसके खुलने का किसी को पता ही नहीं चला। गाड़ी में रखे सामान के पैकेटों में से सामान निकाल लिया ।

पुलिस जांच में पता चला कि संजय बहुत कम पढ़ा लिखा है तथा पिछले 8-10 साल से ड्राइवरी का काम करता है। जिसने कई e-commerce कंपनियों में बतौर ड्राइवर काम किया है। इसलिए इसे इस प्रकार की कंपनियों की कार्यप्रणाली का भली भांति जानकारी है। संजय मूल रूप से बिहार का रहने वाला है तथा वर्तमान में IMT मानेसर एरिया में किराए पर रहता है। यह शादी शुदा है तथा इनके 2 बच्चे भी हैं।

दूसरा आरोपी रिजवान भी पांचवी कक्षा तक पढ़ा लिखा है तथा लगभग 6 साल से ड्राइवर की नौकरी करता है। यह भी कई ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम कर चुका है जो कि e-commerce कंपनी में अटैच हैं। यह वजीरपुर दिल्ली स्थित गोदाम से माल लेकर दिल्ली में अलग अलग स्थानों पर सप्लाई करता है। रिजवान पहले एयरपोर्ट पर लगेज से चोरी करने के मामले में भी जेल जा चुका है।

चोरी रोकने के लिए अमेज़ॉन कंपनी ने प्रत्येक गाड़ी में जीपीएस सिस्टम लगा रखे थे। जिससे वह गाड़ी पर नजर रखते थे लेकिन ये इतने शातिर थे कि गाड़ी का रूट बदले बिना ही रेड लाइट आदि पर रुकने की कहानी बनाकर चोरी को अंजाम दे देते थे । कई बार तो इन्होंने इस प्रकार वारदात की है कि एक रेड लाइट से सील तोड़कर गाड़ी के कंटेनर का दरवाजा खोला और अपने साथी को अंदर घुसा दिया और अगली रेड लाइट पर सामान गायब कर सील वैसे ही लगाकर चल दिए।

उक्त आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बतलाया कि वे पहले एयरपोर्ट पर काम करते थे वहां पर उनके द्वारा लगेज से सामान चोरी करने की वारदाते करने के कारण निकाल दिए गए थे और ये तीनों करीब डेढ वर्ष से एक दूसरे के सम्पर्क में है ।

अमेज़ॉन कंपनी में हो रही इस प्रकार की चोरी को वो पकड़ ही नहीं पा रहे थे जिससे उन्हें करोडों का घाटा भी हो रहा था। ये लोग सील इस प्रकार खोलते थे कि कंपनी इसके खुलने बारे बिल्कुल भी पता नहीं कर सकती थी क्योंकि सील ऊपर से बिल्कुल ठीक रहती थी।

पुलिस टीम ने उक्त आरोपियों के कब्जा से चोरी किए गए मोबाईल फोन व सील तोड़ने वाली मशीन बरामद कर ली है ।

सभी आरोपियों को आज अदालत में पेश कर पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया जाएगा । पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपियों से गहनता से पूछताछ कर अन्य वारदातों का खुलासा किया जाएगा व चोरी किए गए सामान की बरामदगी की जाएगी । मामले की जांच जारी है।

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