गुरुग्राम में निर्माणाधीन चार मंजिला भवन गिरा, मलबे से छह शव निकाले गए, कई और दबे होने की आशंका, रेस्क्यू आपरेशन अब भी जारी

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प्रदेश सरकार ने दिए घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश

सीएम मनोहर लाल ने की पीड़ित परिवारों को 3 लाख रु सहायता राशि देने की घोषणा

कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री कप्तान अजय यादव ने 10 लाख रु देने की मांग की है

गुरुग्राम। गुरुग्राम जिला के गांव उल्लावास में गुरुवार सुबह बिल्डिंग गिरने से आधा दर्जन से अधिक लोगो के मलबे में दबे होने व हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। रेस्क्यू टीम मलबे में दबे अब तक 6 शव निकाल चुकी है। बकौल जिला उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, घटना स्थल पर जिला प्रसाशन की ओर से बचाव व राहत कार्य जारी है। अबतक निकाले गए सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए गुरुग्राम के सिविल अस्पताल लाया गया है। प्रदेश सरकार ने इस हादसे को गभीरता से लेते हुए घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। जांच का जिम्मा एसडीएम संजीव सिंगला को सौंपा गया है। जिला प्रशासन ने बिल्डिंग मालिक और ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही बरतने सहित अन्य धाराओं में आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। सीएम ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 3 लाख रु देने की घोषणा की है जबकि कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री कप्तान अजय यादव ने 10 लाख रु देने की मांग की है।

गुरुवार सुबह गांव उल्लावास के आसपास के लोगों के लिए बेहद बुरा समाचार लेकर आई। एक निर्माणाधीन भवन के अचानक ही भरभरा कर ढहने से अफरातफरी मच गई। बताया जाता है कि उस वक्त भवन निर्माण का काम चल रहा था और एक दर्जन से अधिक मजदूर कार्यरत थे जिनमें राजमिस्त्री व मजदूर दोनों शामिल हैं। घटना की जानकारी जिला प्रशासन तक आने में देरी हुई । प्रत्यक्षदर्शियों के कहना है कि ताश के पत्ते की तरह ढहे इस मकान के मलबे में कम से कम 10 लोगों के दबने की आशंका है। जिला लोक संपर्क उपनिदेशक आर एस सांगवान की ओर से जारी सूचना में दावा किया गया है कि अब तक 6 शव निकाले जा चुके हैं।

अब तक जिन मृतकों के शव निकाले गए उनकी पहचान आफताब कुलदीप, विशाल, आनंद, एवम मोहित के रूप में हुई है। एक शव की अब तके पहचान नहीं हो पाई है।

उपनिदेशक श्री सांगवान ने घटना संबंधी अपडेट में बताया है कि उपायुक्त विनय प्रताप सिंह के अनुसार घटना स्थल पर अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने तक राहत कार्य रात को भी जारी रहेगा। उपयुक्त ने यह भी कहा है कि इस मामले की मजिस्ट्रेटी जांच गुरुग्राम के एसडीएम संजीव सिंगला को सौंपी गई है। जांच अधिकारी इस विभत्स हादसे के कारण का पता लगाएंगे साथ ही भविष्य में ऐसे असुरक्षित निर्माण ओर अंकुश लगाने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इसके बारे में भी सुझाव देंगे।

जिला उपायुक्त ने अपने बयान में यह भी दावा किया है कि उक्त बिल्डिंग के मालिक तथा ठेकेदार के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रत्येक मृतक के परिवार को ₹3 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की है। सभी घायलों का मुफ्त इलाज भी करवाया जायगा।

उल्लेखनीय है कि गुरुग्राम के उल्लाहवास गांव में सुबह लगभग 4.15 बजे एक चार मंजिला इमारत ढहने से हड़कंप मच गया. अचानक हुई गड़गड़ाहट के बाद जब ग्रामवासी जागे तो उन्होंने देखा कि एक चार मंजिला बिल्डिंग भरभरा कर गिरी हुई है। प्राथमिक तौर पर भवन के मलबे में लगभग कई मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई गई और पुलिस व प्रशासन को तत्काल सूचित किया गया. सूचना मिलते ही पुलिस व दमकल विभाग की सहायता टीम मौके पर पहुंची और बचाव व राहत कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया.

जिला प्रशासन की सक्रियता से एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर बुलाई गई जो बचाव कार्य में सहायता कर रही है. मलबे को हटाने के लिए कई जेसीबी मशीने लगी हुई हैं। बचाव टीम के अधिकारियों का कहना है कि इसमें काफी एहतियात बरती जा रही है क्योंकि मलबे में दबे लोगों को विना किसी नुकसान के निकालने की कोशिश हो रही है।

घटना के आसपास रह रहे लोगों कहना है कि रात में इस बिल्डिंग का चौथी मंजिल का लेंटर डाला गया था जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है.

दूसरी तरफ इस घटना में राजनीतिक बयान भी आने शुरू हो गए हैं। इस हादसे पर पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने मौके पर पहुंचे कर घटना का जायजा लिया।

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