भाजपा सांसद ने कहा पेट्रोल की कीमत 48 रु लीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए
इससे अधिक तो शोषण है
नई दिल्ली : देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि होने पर केंद्र सरकार अब विपक्ष के अलावा अपने सांसदों के भी निशाने पर आ गई है। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पेट्रोल के बढ़े दाम पर सरकार की आलोचना की है। स्वामी ने सोमवार को अपना फॉर्मूला सुझाते हुए कहा कि पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 48 रुपए होनी चाहिए और सरकार यदि इससे ज्यादा वसूलती है तो वह एक प्रकार का ‘शोषण’ है।
उल्लेखनीय है कि लगातार कई बार कीमत बढ़ने के बाद सोमवार को पेट्रोल और डीजल के दाम सोमवार को रिकॉर्ड स्तर पहुंच गए। दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल की कीमत 31 पैसा बढ़कर प्रति लीटर 79.15 रुपए हो गयी जो अब तक का उच्चतम स्तर पर है। आर्थिक नगरी मुंबई में पेट्रोल का भाव प्रति लीटर 86.56 रुपए हो गया है। सोमवार को डीजल की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई। डीजल का भाव 44 पैसे चढ़कर मुंबई में 75.54 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया।
दिल्ली में इसका भाव 71.15 रुपए प्रति लीटर हो गया।
पेट्रोलियम पदार्थों में आए इस उछाल की विपक्ष ने भी तीव्र आलोचना की है। लगभग सभी राजनीतिक दल इसे जीएसटी के तहत लाने की मांग कर रहे हैं जबकि इस पर विचार करने को तैयार नहीं है।
आज डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने भी पेट्रो पदार्थों की कीमत वृद्धि की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर केंद्र सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। एक बयान में स्टालिन ने कहा कि ईंधन की कीमतों को कम करने के लिए सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इसकी आलोचना करते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से इस दिशा में कदम उठाने की मांग की है।