गरीबों के पैसे पर ऐश कर रहे हैं जदयू नेता : हम

Font Size

पटना 11 अगस्त । कर्नाटक के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए तेजस्वी यादव के होटल के बिल भुगतान पर सवाल उठा रहे जदयू नेताओं पर हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर ने पलटवार किया है । पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिज़वान ने जदयू नेताओं पर गरीबों के पैसे से ऐश करने का आरोप लगाया है।
डॉ दानिश ने कहा कि बिहार और देश की जनता यह कभी नहीं भूल सकती कि जब नीतीश कुमार जी को बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी की याद सता रही थी | तो बिहार के हित को दररिनार कर जदयू नेताओं द्वारा एक दलित मुख्यमंत्री जीतन राम माँझी को सत्ता से बेदख़ल किया गया था। उस वक़्त जनता दल यूनाइटेड के नेताओं ने पार्टी के तमाम

विधायकों को दिल्ली के एक फ़ाइव स्टार होटल में ठहराया था।
डॉ दानिश ने इस मुद्दे पर एक बड़ा सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जदयू नेताओं को बताना चाहिए कि आख़िर फ़ाइव स्टार होटल में विधायकों को ठहराने के लिए पैसे कहाँ से आए | इतने बड़े खर्च पर किसने फिनांस किया था | मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पुनः सत्ता में बैठाने के लिए?
डॉ दानिश ने कहा कि इतना ही नहीं सत्ता के लालची जदयू नेताओं ने उस वक़्त की पटना से दिल्ली की फ़्लाइट की तमाम सीटों को बुक करा लिया था। जदयू नेताओं को बताना चाहिए कि आख़िर फ़ाइव स्टार होटल और फ़्लाइट को बुक कराने के लिए जो करोडो रूपय ख़र्च किए गए थे वो पैसे कहाँ से मुहैया कराए गए थे ? क्या ये बिहार के ग़रीब जनता की हकमारी नहीं है ?

डॉ दानिश ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने नेताओं को ग़लत बयानबाजी करने से रोकें और बिहार में आए दिन महिलाओं के साथ रेप की घटना बढ़ ही बलात्कार और हत्या की घटनाओं पर आत्मचिंतन करें | बिहार में बढ़ते अपराध महिला उत्पीड़न बलात्कार की घटना ने पूरे देश में बिहार की छवि को धूमिल किया है पूरे राज्य में आम जनता इस तरह की घटनाओं से अपने आप को शर्मसार महसूस कर रही है और सत्तारूढ़ दल के नेताओं को सिर्फ बयानबाजी से फुर्सत नहीं |

डॉ दानिश ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री और उनके दल के नेताओं एवं प्रवक्ताओं को बिहार के विकास और गिरती छवि को बचाने के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है | नहीं तो आने वाले समय में जनता निर्णय लेने के लिए तो तैयार बैठी कि उसे आगे क्या करना है | अगर इस तरह की घटनाओं पर समय रहते रोक नहीं लगाई गई तो यह सरकार दोबारा सत्ता में नहीं आने वाली |

You cannot copy content of this page