निगमायुक्त ने सीएम विंडो की शिकायतों को गंभीरता से लेने की हिदायत दी

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कैम्प कार्यालय में निगम अधिकारियों की समीक्षा बैठक

गुरूग्राम, 31 जुलाई। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त यशपाल यादव ने आज सिविल लाईंस स्थित कैंप कार्यालय में नगर निगम अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में शहर के विकास कार्यों, मुख्यमंत्री की घोषणाओं, पौधारोपण अभियान, सीएम विंडो तथा अतिक्रमण से संबंधित की जा रही कार्रवाई की समीक्षा की गई।

सीएम विंडो की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे सीएम विंडो से प्राप्त शिकायतों को गंभीरता से लें तथा जो शिकायतें ज्यादा समय से लंबित हैं, उनका जवाब जल्द से जल्द देना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने अतिरिक्त निगमायुक्त से कहा कि वे प्रत्येक 10 दिन में सीएम विंडों से प्राप्त शिकायतों की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि सीएम विंडो से संबंधित शिकायतों में कोताही किसी भी सूरत में सहन नहीं की जाएगी तथा जो अधिकारी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेंगे उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने कहा कि जो कार्य चल रहे हैं, उन्हें तय समयसीमा में पूरा करवाएं, ताकि आमजन को इसका फायदा मिले। इसी प्रकार मुख्यमंत्री की घोषणाओं से संबंधित कार्यों में भी तेजी लाएं। इन कार्यों की समीक्षा सप्ताह में एक बार की जाएगी।
इनफोर्समैंट विंग के अधिकारियों को निगमायुक्त द्वारा निर्देश दिए गए कि वे नगर निगम की जमीनों को अतिक्रमण एवं अवैध कब्जों से मुक्त करवाएं। साथ ही अवैध कॉलोनियों को विकसित होने से रोकें। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन निर्माणों पर इनफोर्समैंट विंग द्वारा द्वारा सील लगाई गई थी, अगर किसी व्यक्ति ने स्वयं वह सील तोड़ी है, तो ऐसे निर्माणों को तुरंत तोडऩे की कार्रवाई करें और कार्रवाई में आने वाला खर्च संबंधित से ही वसूल किया जाए।
पौधारोपण अभियान की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि पुराने गुरूग्राम की मुख्य सडक़ों पर बड़े स्तर पर पौधारोपण करवाएं। इस कार्य में सफाई विंग के कर्मचारियों को शामिल करें। उन्होंने अवगत करवाया कि रविवार, 29 जुलाई को जोन-4 क्षेत्र के सफाई कर्मचारियों ने पौधारोपण में सराहनीय कार्य किया है। कर्मचारियों द्वारा सफाई कार्य के साथ सडक़ पर पौधारोपण किया है। इसी प्रकार अन्य सडक़ों पर भी पौधारोपण करवाएं।
निगमायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि कोई भी कार्य की स्वीकृति प्रदान करने से पहले मौका-मुआयना जरूर करें तथा जरूरत के अनुसार ही कार्य करने की स्वीकृति दें। इसके साथ ही कार्य करने वाली एजेंसी के साथ किए गए एग्रीमैंट की अवहेलना किए जाने पर संबंधित एजेंसी पर जुर्माना भी लगाएं।
बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त मुनीष शर्मा, एडीशनल मयूनिसिपल कमिशनर वाईएस गुप्ता, चीफ इंजीनियर एनडी वशिष्ठ, एसई धर्मसिंह सहित कार्यकारी अभियंता उपस्थित थे।

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