भारत दो वर्ष के लिए डब्ल्यूसीओ के एशिया प्रशांत क्षेत्र का उपाध्यक्ष बना

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जुलाई, 2018 से जून, 2020 तक की दो वर्ष की अवधि के लिए प्रभावी

नई दिल्ली। भारत जुलाई, 2018 से जून, 2020 तक की दो वर्ष की अवधि के लिए विश्व सीमा शुल्क संगठन (डब्ल्यूसीओ) के एशिया प्रशांत क्षेत्र का उपाध्यक्ष बन गया है। डब्ल्यूसीओ ने अपनी सदस्यता को छह क्षेत्रों में विभाजित कर दिया है। छह क्षेत्र में से प्रत्येक का प्रतिनिधित्व डब्ल्यूसीओ परिषद में क्षेत्रीय रूप से निर्वाचित उपाध्यक्ष द्वारा किया जाता है।

डब्ल्यूसीओ के एशिया प्रशांत (एपी) क्षेत्र का उपाध्यक्ष बनना भारत को नेतृत्व की भूमिका में सक्षम बनाएगा। उपाध्यक्ष पद ग्रहण करने के अवसर पर सोमवार, 16जुलाई, 2018 को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की साझीदारी में केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क (सीबीआईसी) द्वारा एक समारोह का आयोजन किया जा रहा है।

इस समारोह में एशिया प्रशांत क्षेत्र के 33 देशों के सीमा शुल्क शिष्टमंडल, भारत में विभिन्न बंदरगाहों के सीमा शुल्क अधिकारी, साझीदार सरकार एजेन्सियां तथा प्रतिनिधि भाग लेंगे।

डब्ल्यूसीओ के महासचिव कुनियो मिकुरिया प्रमुख भाषण देंगे। उद्घाटन समारोह की थीम है सीमा शुल्क-व्यापार सुगमीकरण को प्रोत्साहन।

डब्ल्यूसीओ दुनिया भर में 182 सीमा शुल्क प्रशासकों का प्रतिनिधित्व करता है जो सामूहिक रूप से विश्व व्यापार के लगभग 98 प्रतिशत को प्रोसेस करते हैं।

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