धर्म को किसी भी दबाव से हमेशा मुक्त रहना चाहिए : राजनाथ सिंह

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गृहमंत्री ने कहा ,मार थॉमा वालिया मेट्रोपॉलिटन का जीवन और कार्य पूरे देश के लिए एक प्रेरणा 

नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि धर्म एक व्यक्तिगत पसंद है और इसे किसी भी दबाव या प्रलोभन से हमेशा मुक्त रहना चाहिए। श्री सिंह तिरुवनंतपुरम (केरल) में 100 साल की उम्र पूरी होने पर फिलिपोस मार क्राइसोस्टॉम मार थॉमा वैलिया मेट्रोपॉलिटन के सम्मान में आयोजित नागरिक स्वागत का उद्घाटन कर रहे थे। श्री सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी केंद्र में एक ऐसी सरकार चला रहे हैं जो समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने और एक नये भारत के निर्माण में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि एकता के साथ विकास और हमारे देश को फिर से महान बनाने का सपना पूरा करने का लक्ष्य तभी हासिल किया जा सकता है जब भारत के सभी लोग एकजुट होंगे।

गृह मंत्री ने कहा कि भारत एकजुट सिर्फ इसलिए नहीं रहा है कि एक धर्म या कुछ धार्मिक विचारों ने राजनीतिक शक्ति या व्यवस्था पर नियंत्रण रखने का काम किया। यह महान राष्ट्र इसलिए एकजुट है क्योंकि हमारा देश कई विचारों और सिद्धांतों के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को अपनाता रहा है।

 राजनाथ सिंह ने कहा कि इस देश में ‘सर्व धर्म समभाव’ की भावना बनाए रखी जानी चाहिए और एकजुट भारत के लिए कोशिशें जारी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एकता हमारी ताकत है और हम सभी को एकता, समानता और सद्भाव के बंधन को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि मार क्राइसोस्टॉम की 100वीं जयंती मनाते समय यह हमारा संकल्प होना चाहिए।

श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मार थॉमा वैलिया मेट्रोपॉलिटन का जीवन और उनके कार्य न सिर्फ केरल के लोगों या ईसाई समुदाय के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। उनका जीवन इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि समाज और समुदाय के लिए स्वार्थ रहित सेवा के जरिए ईश्वर की पूजा कैसे हो सकती है।

इस स्वागत समारोह की अध्यक्षता केरल के मुख्यमंत्री श्रीमान पिनरई विजयन ने की। इस मौके पर राज्यसभा के उप सभापति प्रोफेसर पी जे कुरियन, पर्यटन और सहयोग मंत्री श्री कदकंपल्ली सुरेंद्रन, विपक्ष के नेता श्री रमेश चेनिथला, सांसद श्री शशि थरूर, सांसद श्री वी.मुरलीधरन, महापौर श्री वी.के. प्रशांत और फिलिपोस मार क्राइसोस्टॉम मार थॉम वालिया मेट्रोपॉलिटन समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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